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रामगढ़, 21 अक्टूबर (हि.स.)। सोमवार की देर रात को पंडाल का पट खुलते ही काली पूजा के लिए श्रद्धालु उमड पडे। वहीं काली पूजा को लेकर रजरप्पा मां छिन्मस्तिका मंदिर में विशेष अनुष्ठान किया गया। कई राज्यों से आए तांत्रिकों ने यहां माता सिद्धिदात्री और माता काली की आराधना मंगलवार की तडके सुबह तक की। सिद्ध पीठ में पूरी रात पूजा-अर्चना चलती रही। मध्य रात्रि से शुुरू हुई इस पूजा में आम श्रद्धालु भी शामिल हुए और विशेष अनुष्ठान कर माता से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर बकरे की बली भी दी गई।
वहीं इसके पूर्व जिले में दीपोत्सव हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मंगलवार की तडके सुुुबह तक मनाया गया। लोगो ने घर और मंदिरों में घी के दीए जलाए।
80 सालों से हो रही है मां काली की पूजा
जिले के भुरकुंडा क्षेत्र में अमावस्या की रात को यहां काली पूजा का विशेष अनुष्ठान किया गया। कोल कंपनी की ओर से भदानीनगर में पिछले 80 वर्षों से मां काली की आराधना की जा रही है। इस दौरान पश्चिम बंगाल से आए आचार्य ने मां काली की पूजा कराई। काली पूजा में भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इसके अलावा काली पूजा में भी बकरे की बलि देने की प्रथा का निर्वहन किया गया। जिन लोगों की मुरादें मां काली ने पूरी की थी, उन्होंने अपनी आस्था के अनुसार बली दी।
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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश