पुलिस वीरता दिवस पर मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने वीर शहीद सपूतों को की श्रद्धांजलि अर्पित
पुलिस वीरता दिवस


चेन्नई, 21 अक्टूबर (हि.स.)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मंगलवार को पुलिस वीरता दिवस के अवसर पर राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय परिसर में स्थित पुलिस स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को नमन किया।

मुख्यमंत्री स्टालिन ने पुलिस स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और देश के नाम जान कुर्बान करने वाले शहीदों को सलामी दी। उन्होंने शहीदों कों पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि भी अर्पित की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कर्तव्य पालन के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिवारों को दुर्घटना बीमा राशि का चेक भी प्रदान किया। उन्होंने उपस्थित पुलिस विभाग के अधिकारियों को पुलिस में अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति का आदेश भी जारी किया।

पुलिस मुख्यालय में आयोजित इस सभा के दौरान पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के. नारायणन ने भी साहस और पराक्रम के प्रतीक वीर सूपतों को श्रद्धांजलि दी। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वेंकटरमन ने भी पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को याद किया।

उल्लेखनीय है कि भारत में पुलिस स्मृति दिवस हर साल 21 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन उन पुलिसकर्मियों की स्मृति में समर्पित है, जिन्होंने देश की आंतरिक सुरक्षा, शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी। यह दिवस न केवल उनकी शहादत को याद करने का अवसर है, बल्कि पुलिस बल के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का भी प्रतीक है। इस दिवस की शुरुआत 21 अक्टूबर 1959 को घटी एक ऐतिहासिक घटना से हुई।

दरअसल, 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के एक गश्ती दल पर चीनी सैनिकों ने घात लगाकर हमला किया। इस हमले में सीमा की रक्षा करते हुए 10 भारतीय पुलिसकर्मी वीरगति को प्राप्त हुए। इस घटना के बाद 1960 से प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाने की परंपरा शुरू की गई, ताकि उन बहादुर पुलिस जवानों के बलिदान को सदैव याद रखा जा सके।---------------

हिन्दुस्थान समाचार / Dr. Vara Prasada Rao PV