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मुंबई, 18 अक्टूबर (हि.स.)। महाराष्ट्र की पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे ने शनिवार को कहा कि दिवाली केवल रोशनी, पटाखों या सजावट का त्योहार नहीं है, बल्कि यह मानवता, प्रेम और एकता का त्योहार है। मंत्री पंकजा मुंडे ने आज एक अनोखे और हृदयस्पर्शी कार्यक्रम में अनाथ बच्चों के साथ दिवाली मनाई। इन बच्चों के चेहरों पर खुशी देखकर मंत्री मुंडे भावुक हो गईं।
मंत्री मुंडे ने केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय और द चिल्ड्रन्स एड सोसाइटी फॉर अंडरप्रिविलेज्ड किड्स ऑर्फनेज द्वारा मुंबई स्थित राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर आधुनिक कला दीर्घा की निदेशक निधि चौधरी भी उपस्थित थीं।
उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि ये अनाथ बच्चे किस जाति या धर्म के हैं, बल्कि वे भी इंसान हैं और उनकी आँखों में खुशी समाज के लिए प्रेरणादायी है। ऐसा समाज बनाया जाना चाहिए जहाँ हर व्यक्ति अपनी पहचान बनाए। उन्होंने बताया कि पर्यावरण विभाग ने प्रदूषण मुक्त दिवाली के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता पैदा की है। साथ ही, उन्होंने सभी नागरिकों से प्रदूषण मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल दिवाली मनाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि हम ध्वनि और वायु प्रदूषण से बचकर प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाते हुए पर्यावरण के अनुकूल दिवाली मनाएंगे। इस अवसर पर, मंत्री पंकजा मुंडे ने बच्चों के साथ मिलकर एक आकाश लालटेन बनाई। उन्होंने लालटेन पर रंग भी किया और चित्रकला गतिविधि में भाग लिया।
इस दौरान आकाश लालटेन बनाने पर एक कार्यशाला और प्रसिद्ध कलाकार ए. ए. अलमेलकर की कलाकृति की एक प्रदर्शनी का उद्घाटन मंत्री पंकजा मुंडे ने किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव