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मुंबई, 18 अक्टूबर (हि.स.)। महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने दीपावली के पावन पर्व के अवसर पर गुजरात और महाराष्ट्र के निवासियों सहित देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली का त्योहार अंधकार पर प्रकाश, अन्याय पर न्याय और नकारात्मकता पर सकारात्मकता की विजय का प्रतीक है।
राज्यपाल देवव्रत ने कहा कि दीपावली हमें यह संदेश देती है कि जब हम अपने अंत:करण में सत्य, सदाचार और आत्मबल का दीप प्रज्ज्वलित करते हैं, तब हमारे जीवन में आशा, समृद्धि और शांति का प्रकाश फैलता है। इस पावन अवसर पर उन्होंने सभी से स्वदेशी अपनाने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि जब हम अपने देश में निर्मित वस्तुओं का उपयोग करते हैं, तब हम न केवल अपने कारीगरों, किसानों और उद्यमियों को सशक्त बनाते हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ संकल्प को भी साकार करते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि हमारी संस्कृति सदा से ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ अर्थात सम्पूर्ण मानवता एक परिवार है, इस आदर्श पर आधारित रही है। इसी भावना से प्रेरित होकर हमें पर्यावरण संरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों के सम्मान और प्राकृतिक खेती जैसे टिकाऊ जीवन मूल्यों को अपनाकर एक उज्ज्वल, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहभागी बनना चाहिए। उन्होंने यह कामना करते हुए कहा कि यह दीपावली सभी के जीवन में सुख, शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रकाश फैलाए। उन्होंने आशा जतायी कि भारतमाता सभी पर अपनी कृपा बरसाए और हमारा देश निरंतर विकास के मार्ग पर अग्रसर रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव