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शिमला, 18 अक्टूबर (हि.स.)। दिवाली से पहले धनतेरस के दिन शनिवार को राजधानी शिमला में भारी ट्रैफिक जाम ने लोगों को बड़ी परेशानी में डाल दिया। शनिवार शाम से शिमला-मंडी नेशनल हाइवे पर लगे जाम की वजह से सैकड़ों वाहन घंटों तक फंसे रहे। जाम की शुरुआत शहर से करीब नौ किलोमीटर दूर उपनगर टूटू से हुई, जो धीरे-धीरे बालूगंज और शहर के भीतर तक फैल गया।
टूटू से बालूगंज जाने वाली सड़क पर एमएलए क्रॉसिंग तक वाहन रेंगते रहे, जबकि टूटू से चक्कर बाईपास मार्ग तक गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रहीं। कई जगहों पर वाहन पूरी तरह से थमे रहे। ट्रैफिक पुलिस के जवान जाम खुलवाने के लिए लगातार मशक्कत करते रहे, लेकिन वाहनों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि जाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था।
स्थानीय लोगों और यात्रियों के अनुसार, धनतेरस पर खरीदारी और दिवाली के लिए लोगों की आवाजाही के कारण वाहनों का दबाव सामान्य दिनों से कई गुना बढ़ गया। इसके साथ ही टूटू के पास सड़क का एक हिस्सा हाल ही में हुई भारी बारिश के चलते धंस गया था, जिसका निर्माण कार्य जारी है। सड़क संकरी होने और निर्माण कार्य के चलते वाहनों की गति प्रभावित रही, जिससे जाम की स्थिति और बिगड़ गई।
जाम की सबसे अधिक मार शिमला से मंडी की दिशा में जाने वाले वाहनों को झेलनी पड़ी। वहीं, शिमला से सटे उपनगर टूटू, ढांढां, जगोग, हीरानगर, बनुटी, घनाहट्टी और शालाघाट जाने वाले यात्रियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई लोगों ने तो जाम में घंटों इंतजार के बाद पैदल ही अपना सफर जारी किया।
दिवाली से पहले निचले हिमाचल के मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा की ओर जाने वाले यात्रियों को भी इस जाम से जूझना पड़ा। लोग जाम की स्थिति को लेकर पुलिस और प्रशासन पर अव्यवस्था के आरोप लगाते नजर आए। देर रात तक जाम जस का तस बना रहा और वाहन चालकों को राहत नहीं मिल पाई थी।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा