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उज्जैन, 18 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन में धन तेरस पर शनिवार को महाकालेश्वर मंदिर में शनि प्रदोष संयोग के साथ पुरोहितों द्वारा राष्ट्रवासियों की सुख समृद्धि हेतु पूजन अर्चन किया गया। इस अवसर पर भगवान महाकाल और कुबेर देव का चांदी के सिक्क से अभिषेक किया गया। इन्हे धन-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
धन तेरस के पूजन के लिए महाकाल मंदिर मेें संभागायुक्त आशीष सिंह, कलेक्टर रोशनvकुमार सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा और प्रशासक प्रथम कौशिक सपत्निक सम्मिलित हुए। करीब एक घण्टे तक चली पूजा के दौरान अधिकारियों ने गणपति पूजन, महालक्ष्मी पूजन, पंचामृत स्नान और रूद्राभिषेक किया। गर्भगृह की दहलीज पर दीपक अर्पित किए गए।
पूजन महाकालेश्वर मंदिर की पुरोहित समिति के अध्यक्ष लोकेन्द्र व्यास, पुरोहित,भूषण व्यास, विश्वास करहाडकर, नीरज शर्मा, पीयूष चतुर्वेदी, दीपक शर्मा, मंगलेश शर्मा, भावेश व्यास, संदीप शर्मा, सुभाष शर्मा, राधे श्याम शास्त्री, मुकेश शर्मा ने करवाया। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह कलेक्टर रोशनकुमार सिंह व प्रशासक प्रथम कौशिक ने दीप प्रज्वलन किया। शनि प्रदोष होने से ब्राम्हणों द्वारा भगवान महाकाल का रूद्र अभिषेक किया।
भगवान धनवंतरि का पूजन
शनिवार को महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा महाकाल महालोक स्थित मानसरोवर भवन के प्रथम तल पर संचालित 10 बेड के चिकित्सालय में भगवान धनवंतरि का पूजन किया गया। पूजन प्रथम कौशिक ने किया। पूजन पं. सुधीर चतुर्वेदी ने करवाया। डॉ.देवेन्द्र परमार,अनिता थोरात,चिकित्साकर्मी उपस्थित थे।
कुबेर देव की नाभी में लगाया इत्र
महाकाल वन में स्थापित 84 महादेव मंदिरों में से एक कुण्डेश्वर महादेव मंदिर(सांदीपनि आश्रम परिसर,अंकपात) में पुजारी शिवांश व्यास ने भगवान कुबेर का पूजन किया और नाभी में इत्र लगाया। अनार और मिठाई का नैवेद्य लगाया। इस मंदिर के गर्भगृह में कुबेर की प्राचीन प्रतिमा स्थापित है। वर्ष में एक बार धनतेरस पर प्रतिमा पूजन होता है और आकर्षक श्रृंगार करके आभूषण धारण करवाए जाते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्वेल