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हिसार, 18 अक्टूबर (हि.स.)। लाला लाजपत राय पशु-चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय
(लुवास), हिसार के दुग्ध विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय द्वारा विश्व खाद्य
दिवस के अवसर पर एक ‘प्रतिभा खोज दिवस’ का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य
नए छात्रों की रचनात्मक और सांस्कृतिक प्रतिभा को एक मंच प्रदान करना था। कार्यक्रम
के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. एसएस ढाका रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के आगमन पर हुआ। महाविद्यालय के अधिष्ठाता
डॉ. शरणगौड़ा पाटिल ने शनिवार काे अपने स्वागत भाषण में मुख्य अतिथि एवं अन्य सभी गणमान्य अतिथियों
का हार्दिक स्वागत किया और महाविद्यालय की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इसके पश्चात
माँ सरस्वती की वंदना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। बी.टेक (दुग्ध
प्रौद्योगिकी) के प्रथम वर्ष के छात्रों ने अपनी विविध प्रस्तुतियों से दर्शकों का
मन मोह लिया। छात्रों ने क्रमशः मनमोहक गीत, रैंप वॉक, ऊर्जा से भरपूर भांगड़ा, एक
गुदगुदाने वाली हास्य नाटिका, हरियाणवी एवं पश्चिमी नृत्य का संगम और एक मनोरंजक हास्य
नृत्य प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कुलसचिव डॉ. ढाका ने छात्रों के शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि
शिक्षा के साथ-साथ ऐसी गतिविधियां छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक
हैं। उन्होंने विश्व खाद्य दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए खाद्य सुरक्षा और पोषण
में डेयरी उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और छात्रों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं
दीं। महाविद्यालय की सांस्कृतिक सचिव डॉ. इंदु ने मुख्य अतिथि, सभी सम्मानित अतिथियों,
प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं का इस आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद
प्रस्ताव ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय
के पशु चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. गुलशन नारंग, स्नातकोत्तर शिक्षा के
अधिष्ठाता डॉ. मनोज रोज, मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. राजेश खुराना, आईपीवीएस निदेशक
डॉ. पवन कुमार, छात्र कल्याण निदेशक डॉ. सज्जन सिहाग सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष,
प्राध्यापकगण, विश्वविद्यालय के कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित
रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर