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सोनीपत, 18 अक्टूबर (हि.स.)। सीटू
के पूर्व प्रधान आनंद शर्मा ने मुरथल विश्वविद्यालय में मैस कर्मचारियों के साथ हुए
समझौते को तुरंत लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि 1-4 सितंबर के आमरण अनशन के
बाद हुए समझौते को अब तक लागू नहीं किया गया। समझौते के तहत किसी कर्मचारी का वेतन नहीं काटा
जाना था और ड्यूटी पर लोटे कर्मचारियों को वेतन देना था, लेकिन 21 कर्मचारियों के वेतन
में कटौती की गई, जो समझौते की अवहेलना है। शर्मा ने इसे अमानवीय कदम बताते हुए कहा
कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विश्वविद्यालय
में शनिवार को आयोजित जनरल मीटिंग में, जिसकी अध्यक्षता बेचेलाल ने की और संचालन राजेश
कुमार गोस्वामी ने किया, शर्मा ने बताया कि रजिस्ट्रार ने दिवाली से पहले वेतन कटौती
की राशि लौटाने का आश्वासन दिया था। लेकिन दिवाली बीतने के बावजूद, छुट्टियों के कारण,
कर्मचारियों को भुगतान नहीं मिला। इससे कर्मचारी काली दिवाली मनाने को मजबूर हैं। शर्मा
ने चीफ वार्डन की मनमानी पर सवाल उठाए, जिन्हें वाइस चांसलर का रिश्तेदार होने के कारण
रजिस्ट्रार भी नियंत्रित नहीं कर पा रहे, यह स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है। शर्मा ने कर्मचारियों
से संगठित होकर आंदोलन की तैयारी करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि समझौता
लागू नहीं हुआ, तो दिवाली के बाद बैठक कर दोबारा आंदोलन शुरू किया जाएगा। कर्मचारियों
से सांगठनिक और राजनीतिक रूप से एकजुट होने की अपील की गई।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना