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धर्मशाला, 18 अक्टूबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अपनी परीक्षा प्रणाली में बड़ा परिवर्तन किया है। 10वीं और जमा दो की बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों को समानता का अधिकार देते हुए अब अगले सत्र यानी मार्च 2026 से एक समान प्रश्न पत्र दिए जाएंगे।
गौर हो कि अभी बोर्ड द्वारा सीरीज ए, बी और सी सीरीज में प्रश्नपत्र आते हैं जिनमें प्रश्न भी अलग अलग रहते हैं। वहीं अब आने वाले नए सत्र से सीरीज बेशक वैसे ही रहेंगी लेकिन प्रश्न एक समान होंगे। यानि प्रश्नों की जंबलिंग कर दी जाएगी।
यह जानकारी हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. राजेश शर्मा ने शनिवार को बोर्ड मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि इससे पहले तीनों सीरीज में प्रश्न भी अलग-अलग होते थे। इससे कुछ छात्रों को लगता था कि उनकी सीरीज़ का पेपर दूसरों से ज़्यादा कठिन या आसान है, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठते थे। अब सभी छात्रों को एक ही प्रश्न-पत्र सेट मिलेगा, लेकिन हर सीरीज़ में प्रश्नों का क्रम अलग-अलग होगा। यह बदलाव छात्रों के हित में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे दिवाली का तोहफा माना जा रहा है।
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि इस निर्णय से सभी छात्रों को समान प्रश्न हल करने का अवसर मिलेगा, जिससे परीक्षा प्रक्रिया अधिक न्यायसंगत और निष्पक्ष बनेगी। यह निर्णय न केवल छात्रों के हित में है, बल्कि मूल्यांकन प्रक्रिया को भी और अधिक पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाएगा। इस बदलाव से छात्र बिना किसी भेदभाव के आत्मविश्वास के साथ परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।
नकल पर लगेगी रोक
प्रश्नों के क्रम में फेरबदल होने से परीक्षा के दौरान नकल की संभावना भी कम होगी, क्योंकि छात्र केवल प्रश्न संख्या के आधार पर एक-दूसरे से सीधे उत्तर साझा नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि इसी के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने वाला हिमाचल पहला बोर्ड बनेगा। बोर्ड के अध्यक्ष डॉ.राजेश शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को भी तुरंत लागू किया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षण गतिविधियां शुरू कर दी गई हैं। डॉ राजेश शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड देश का नंबर वन शिक्षा बोर्ड होगा, जो सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला बोर्ड बनेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया