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जयपुर, 18 अक्टूबर (हि.स.)। जयपुर स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत शनिवार को मोती डूंगरी गणेश मंदिर से हो गई। इस दौरान जयपुर सांसद मंजू शर्मा, हेरिटेज निगम महापौर कुसुम यादव, ग्रेटर निगम महापौर डॉ सौम्या गुर्जर, उपायुक्त सतर्कता पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने मोती डूंगरी गणेश मंदिर में पूजा अर्चना कर शहर की खुशहाली की कामना की। इसके बाद शहर के पहले गंगापोल गेट पर श्री गणेश जी की पूजा अर्चना कर शहरवासियों के लिए कामना की।
महापौर कुसुम यादव ने बताया कि जयपुर स्थापना दिवस समारोह एक ऐतिहासिक और गौरवशाली अवसर है, जब गुलाबी नगर जयपुर की स्थापना का उत्सव मनाया जाता है। यह दिन जयपुर की समृद्ध संस्कृति, स्थापत्य कला, परंपरा और गौरवशाली इतिहास को याद करने का अवसर होता है। जयपुर सांसद मंजू शर्मा ने बताया कि जयपुर केवल एक शहर नहीं, बल्कि राजस्थानी कला, संस्कृति और स्थापत्य वैभव का जीवंत प्रतीक है। 18 नवम्बर 1727 को जब महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने इस नगर की नींव रखी, तब उन्होंने केवल एक राजधानी नहीं बसाई। उन्होंने एक स्वप्निल सांस्कृतिक धरोहर की रचना की। इस नगर का हर कोना चाहे वह सिटी पैलेस की शान हो, आमेर का गौरव हो, हवा महल की नाजुक नक्काशी हो या जंतर मंतर की वैज्ञानिक सोच सब कुछ जयपुर की भव्यता का परिचायक है। जयपुर की गलियाँ, चौक, हवेलियाँ और बाज़ार आज भी पारंपरिक जीवन शैली, लोक कला, हस्तशिल्प, संगीत, नृत्य और रंगों की संस्कृति को संजोए हुए हैं। यहाँ की मीठी बोली, रंगीन पोशाकें, लोकगीत और लोकनृत्य इस नगर की आत्मा हैं। वहीं स्थापना दिवस समारोह के अंतर्गत मंदिर श्री गोविंद देव जी मंदिर में कत्थक नृत्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध नृत्य गुरु रेखा ठाकर के निर्देशन में कलाकारों द्वारा कत्थक नृत्य किया गया। इस दौरान निगम आयुक्त डॉ निधि पटेल, उपायुक्त अनीता मित्तल सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश