ऑनलाइन लेनदेन में सतर्कता बरतें, कोपरी वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक निशिकांत
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मुंबई,17 अक्टूबर ( हि.स.) । आज के डिजिटल युग में, मोबाइल और इंटरनेट हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गए हैं। हालाँकि, इस सुविधा के पीछे अब अपराध का एक नया चेहरा छिपा है। साइबर अपराध! एक गलत क्लिक या लापरवाही से शेयर किया गया संदेश व्यक्ति को आर्थिक, व्यक्तिगत और सामाजिक नुकसान पहुँचा सकता है। युवा पीढ़ी को इन खतरों से अवगत कराने के लिए, कोपरी पुलिस स्टेशन द्वारा पीपुल्स एजुकेशन सोसाइटी और जूनियर कॉलेज एवं औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में एक विशेष साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

ठाणे पुलिस आयुक्त आशुतोष डुबरे ने साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का आदेश दिया है और इसी के तहत पिछले 4 से 31 अक्टूबर तक गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। पुलिस छात्रों को साइबर अपराधों की प्रकृति, उनके बढ़ते मामलों और उन पर नियंत्रण के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान कर रही है। कोपरी क्षेत्र के स्कूलों और कॉलेजों में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक निशिकांत विश्वकर के मार्गदर्शन में आयोजित एक कार्यक्रम में, पुलिस ने छात्रों को बताया, साइबर अपराधी अब आधुनिक तकनीक का दुरुपयोग करके लोगों को अपने जाल में फँसा रहे हैं। बैंक, आधार, सरकारी योजनाओं या लॉटरी के नाम पर आने वाले लिंक पर क्लिक न करें। अपना ओटीपी, कार्ड नंबर या व्यक्तिगत जानकारी किसी को न दें। अगर आपको कोई संदिग्ध कॉल, मैसेज या ईमेल मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

ठाणे पूर्व कोपरी पुलिस स्टेशन वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक निशिकांत विश्वकर ने आज बतलाया कि जागरूकता के

माध्यम से अवसर पर, छात्रों को नए बीएनएस और बीएनएसएस कानूनों के साथ-साथ गुड टच और बैड टच जैसे विषयों पर भी संवेदनशील और उपयोगी जानकारी दी गई। शारीरिक, मानसिक या ऑनलाइन उत्पीड़न की किसी भी घटना की सूचना तुरंत माता-पिता या पुलिस को दी जानी चाहिए। चुप्पी कोई समाधान नहीं है, लेकिन समय पर चेतावनी भविष्य में बड़े खतरे को रोक सकती है।

उन्होंने नशे के दुष्प्रभावों पर विशेष जोर दिया। नशा न केवल शरीर को नष्ट करता है, बल्कि जीवन की दिशा भी बदल देता है। एक गलत निर्णय पूरे भविष्य को बर्बाद कर सकता है, छात्रों ने इस बार साइबर सुरक्षा पर कई प्रश्न पूछे। 'अपनी जानकारी कैसे सुरक्षित रखें?', 'फर्जी प्रोफाइल की पहचान कैसे करें?', 'ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर शिकायत कहाँ करें?' पुलिस ने इन सभी सवालों के जवाब उदाहरणों के साथ दिए। इसके लिए पुलिस उप-निरीक्षक राजेंद्र किंगरे, सीताराम गावित, स्वप्निल सोबले आदि अथक प्रयास कर रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा