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शिमला, 17 अक्टूबर (हि.स.)। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि खेल केवल मनोरंजन या प्रतियोगिता का माध्यम नहीं हैं, बल्कि यह अनुशासन, आत्मविश्वास और टीम भावना के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षा मंत्री शुक्रवार को चौपाल में पीएम श्री राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चौपाल में आयोजित 66वीं राज्य स्तरीय अंडर-19 बालिका खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रतियोगिता का विधिवत समापन किया और विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
अपने संबोधन में उन्होंने प्रतिभागी छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश में युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए राज्य सरकार खेल सुविधाओं को सुदृढ़ करने, संसाधन उपलब्ध करवाने और आवश्यक सहयोग देने के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में प्रदेश के 12 जिलों सहित खेल छात्रावास जुब्बल, बिलासपुर और धर्मशाला से कुल 583 छात्राओं ने भाग लिया। इसमें वॉलीबॉल, कबड्डी, खो-खो, कुराश और ठोड़ा जैसे पारंपरिक व आधुनिक खेल शामिल किए गए थे। उन्होंने खुशी जाहिर की कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से 107 छात्राओं का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए किया गया है, जिनमें अंडर-19 श्रेणी से 56 और अंडर-17 श्रेणी से 51 छात्राएं चयनित हुई हैं।
शिक्षा मंत्री ने विजेता एवं उपविजेता टीमों को सम्मानित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से प्रदेश की बेटियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है और वे आगे चलकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर सकती हैं। उन्होंने जानकारी दी कि वॉलीबॉल प्रतियोगिता में जिला शिमला ने प्रथम और जिला सिरमौर ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कबड्डी में सोलन पहले और शिमला दूसरे स्थान पर रहा। खो-खो में हमीरपुर ने प्रथम और मंडी ने द्वितीय स्थान हासिल किया। कुराश प्रतियोगिता में सोलन ने पहला और कुल्लू व शिमला ने संयुक्त रूप से दूसरा स्थान प्राप्त किया। ठोड़ा में मंडी पहले और शिमला दूसरे स्थान पर रहा, जबकि मार्च पास्ट में मंडी जिला अव्वल रहा और ओवरऑल चैंपियन जिला सोलन रहा।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने हाल ही में नैस रिपोर्ट में 21वें स्थान से छलांग लगाकर देशभर में 5वां स्थान प्राप्त किया है, जो राज्य सरकार की शिक्षा क्षेत्र में की जा रही मेहनत और प्रतिबद्धता का परिणाम है।
शिक्षा मंत्री ने चौपाल विधानसभा क्षेत्र के तहत कई विकास कार्यों का शुभारंभ और शिलान्यास भी किया। उन्होंने नेरवा में वीर चक्र शहीद श्याम सिंह भिक्टा राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के बहुउद्देशीय भवन का शिलान्यास किया, जिसे 2 करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि भवन निर्माण का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा ताकि छात्र-छात्राओं को शीघ्र इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पहले चरण में 100 स्कूलों को सीबीएसई के अधीन करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें नेरवा स्कूल भी शामिल है। उन्होंने स्कूल की अन्य आवश्यकताओं को भी जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया।
इसके अलावा, शिक्षा मंत्री ने चौपाल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खद्दर के नए भवन की आधारशिला भी रखी। उन्होंने बताया कि इसके लिए शिक्षा विभाग ने 30 लाख रुपये की राशि जारी कर दी है और निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। स्थानीय ग्रामीणों ने भवन निर्माण के लिए 16 लाख रुपये की राशि एकत्र की है, जिसके लिए शिक्षा मंत्री ने उन्हें धन्यवाद दिया और उनके इस योगदान को सराहा।
शिक्षा मंत्री ने राज्य में सेब सीजन की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में अब तक 2 करोड़ 70 लाख सेब पेटियां विभिन्न मंडियों तक पहुंच चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इस सीजन में 247 संग्रहण केंद्रों के माध्यम से 94 हजार मीट्रिक टन सेब की खरीद की गई है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 40 हजार मीट्रिक टन था। उन्होंने कहा कि यह सफलता सरकार की प्रभावी नीतियों और बेहतर प्रबंधन का परिणाम है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा