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कूचबिहार, 15 अक्टूबर (हि. स.)। प्रशासनिक लापरवाही का एक जीता जागता मामला तूफानगंज-2 नंबर ब्लॉक के उत्तर फोलीमारी से सामने आई है। जहां अलीपुरद्वार जिले की बारोबिशा चौकी की पुलिस ने एक दृष्टिहीन आशीष साहा को लापरवाही से बाइक चलाने के आरोप में अदालत में पेश होने का नोटिस भेजा है। इस घटना के प्रकाश में आते ही पूरा इलाका स्तब्ध रह गया। इधर, आशीष साहा ने बुधवार को कूचबिहार जिला पुलिस अधीक्षक से मामले की उचित जांच की मांग किया है।
उत्तर फोलीमारी निवासी आशीष साहा जन्म से ही दृष्टिहीन है। वह जीविका के लिए दूसरों की मदद से अगरबत्ती बेचते है। हालांकि, अलीपुर जिले के कुमारग्राम पुलिस की बारोबिशा चौकी की पुलिस ने आरोप लगाया है कि वह लापरवाही से मोटरसाइकिल चला रहे थे।
उस आरोप में उन पर जुर्माना लगाया गया और जब उन्होंने जुर्माना नहीं भरा तो उन्हें अलीपुरद्वार जिला न्यायालय में पेश होने के लिए कहा गया। इसी महीने की आठ तारीख को बॉक्सिरहाट थाने की पुलिस ने उनके घर नोटिस पहुंचाया था। नोटिस पाकर आशीष स्तब्ध रह गया।
आशीष ने कहा कि में बचपन से दृष्टिहीन हूं। मेरे पास बाइक भी नहीं है। दूसरों का हाथ पकड़कर चलता हूं। फिर भी मुझे समझ नहीं आ रहा कि मेरे खिलाफ यह शिकायत क्यों दर्ज की गई है। इस घटना से नाराज़ आशीष ने ज़िला पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया।
इस बीच, स्थानीय निवासियों ने भी इस घटना पर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया है। स्थानीय निवासियों ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी प्रशासनिक लापरवाही का मामला है। यह साफ़ है कि पुलिस ठीक से काम नहीं कर रही है। इस घटना ने पुलिस पर से भरोसा उठा दिया है। ये घटना साबित करती है कि बिना जांच-पड़ताल के नोटिस भेजे जा रहे है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शिकायत नोटिस स्वतः ही जारी हो जाते है और कभी-कभी गलत जानकारी जोड़ दिए जाने के कारण ऐसी घटनाएं घटित होती हैं। हालांकि, ज़िला पुलिस प्रशासन का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।
अब सवाल उठता है कि अगर आम लोग अचानक ऐसी अवांछित शिकायतों में उलझ जाए, तो उनके लिए कितना न्याय संभव है? उत्तर फोलीमारे की यह घटना प्रशासनिक व्यवस्था का एक तीखा व्यंग्य प्रस्तुत करती प्रतीत होती है।
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन कुमार