हिसार : एनएसएस में सेवा, समर्पण और सहयोग की अह्म भूमिका : प्रो. बीआर कम्बोज
कार्यक्रम को संबोधित करते कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज।


स्वयंसेवकों को सम्मानित करते कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज।


राष्ट्रीय एकता शिविर में विभिन्न 17 राज्यों के 200 स्वयंसेवकों ने लिया भाग

हकृवि में सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर सम्पन्न

हिसार, 15 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में छात्र कल्याण निदेशालय

की ओर से आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर सम्पन्न हुआ। समापन समारोह में विश्वविद्यालय

के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज मुख्य अतिथि रहे। शिविर में विभिन्न प्रदेशों के 200 स्वयं

सेवकों ने भाग लिया।

कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने बुधवार काे स्वयंसेवकों से समाज सेवा के कार्यों में निरंतर

आगे बढऩे का आह्वान किया। एनएसएस में सेवा, सम्पर्ण और सहयोग की अह्म भूमिका है। उन्होंने

कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को सामुदायिक सेवा के

माध्यम से उनके व्यक्तित्व और चरित्र का विकास करना है। समाज एवं राष्ट्र के नवनिर्माण

में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। युवाओं में नेतृत्व, आत्मविश्वास,अनुशासन

और टीम भावना विकसित करके ही भारत को एक विकसित राष्ट्र बना सकते हैं। एक भारत-श्रेष्ठ

भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए हमें एकजुटता के साथ कार्य करना होगा। स्वयंसेवकों

की जिम्मेदारी को बड़ा बताते हुए उन्होंने कहा कि विविधता में एकता ही हमारी सबसे बड़ी

ताकत है।

उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों में सामाजिक सेवा, अनुशासन, सहयोग और राष्ट्र

निर्माण की भावना विकसित करना बहुत जरूरी है। देश विकसित राष्ट्र तभी बनेगा जब भारत

का युवा जागरूक होगा। एनएसएस युवाओं को समाज सेवा के महत्व, समाज के कमजोर वर्ग की

मदद तथा शारीरिक व मानसिक विकास की तैयारी पर जोर देता है। कुलपति ने कार्यक्रम के समापन अवसर पर स्वयंसेवकों को स्मृति

चिन्ह व प्रमाण-पत्र वितरित किए। मंच पर कुलसचिव डॉ. पवन कुमार व डॉ. दीपक कौशिक भी

उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय एकता शिविर में विभिन्न 17 राज्यों के 200 स्वयंसेवकों ने लिया भाग

कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं छात्र कल्याण निदेशक डॉ. एसके पाहुजा ने

सभी का स्वागत करते हुए बताया कि देश के विभिन्न 17 राज्यों से आए 200 स्वयंसेवकों

ने भाग लिया जिनमें कर्नाटक, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, सिक्किम,

गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश,

छत्तीसगढ़ व हरियाणा राज्य शामिल रहे। शिविर

के दौरान स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी पारंपरिक वेशभूषा और संस्कृति

का प्रदर्शन करके दर्शकों का मन मोह लिया। विभिन्न प्रदेशों से आए स्वयंसेवकों को हिसार

जिले के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण भी करवाया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्डी डॉ.

भगत सिंह ने सभी का धन्यवाद किया। छात्रा यशिका ने मंच का संचालन किया। इस अवसर पर

विभिन्न महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी, शिक्षकगण, कर्मचारी और विद्यार्थी

उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर