Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
संभल, 15 अक्टूबर (हि.स.)। कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि 'जियाउर्रहमान बर्क तो आतंकवादियों के रिश्तेदार हैं। इन लोगों ने अपनी पूरी जिंदगी चोरी और दलाली के पैसों से कारवां चलाया है। हिंदू-मुस्लिम में नफरत बोकर राजनीति की है। संभल को उन्होंने सिर्फ दंगे और जख्म दिए हैं। आज संभल की बदनामी की जड़ में यही परिवार है। शांति बहाली के लिए इन पर एनएसए लगाना जरूरी है।
कल्किधाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बुधवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्र और राम के सम्मान के साथ कभी भी समझौता नहीं होगा। फिर चाहे कोई भी हो। मुझे किसी का डर नहीं है। चाहे मुझ पर कितने ही मुकदमे हो जाएं।
दरअसल, 30 सितंबर को आचार्य प्रमोद ने रामलीला उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को रावण कहा था। जिस पर बर्क ने मंगलवार को मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की बात कही थी। बर्क पर विवादित बयान को लेकर आचार्य प्रमोद ने कहा कि मैंने सांसद की तुलना रावण से नहीं की। केवल यह कहा था कि जो अहंकार रावण में था, वही अहंकार बर्क और उनके दादा में भी दिखता है। आचार्य प्रमोद ने बर्क के दादा और दिवंगत सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनके दादा ने कहा था कि जब तक वो जिंदा हैं, कल्कि धाम का निर्माण नहीं हो सकता। उन्होंने शहर की जनता को नफरत दी, दंगे कराए और लोगों को बांटने का काम किया। आज उनका पोता भी वही कर रहा है। ऐसे नेताओं से संभल को सिर्फ जख्म मिले हैं, विकास नहीं।
मानहानि की चेतावनी पर आचार्य ने कहा कि वे मुझ पर मानहानि का मुकदमा करेंगे। मैं उनका स्वागत करता हूं। लेकिन, रावण तो बड़ा विद्वान और पराक्रमी था। बर्क जैसे लोग रावण की बराबरी भी नहीं कर सकते। एक नहीं, 10 मुकदमे करें, मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं।
उन्होंने आगे कहा कि 10 मुकदमे कर लो, लेकिन, मैं राष्ट्र और राम के नाम पर समझौता नहीं करूंगा। मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं। जो लोग राम और राष्ट्र के खिलाफ बोलेंगे, मैं उनके खिलाफ बोलता रहूंगा। देश में अब धर्म और राष्ट्र के अपमान पर चुप्पी नहीं चलेगी। जो लोग आतंकी सोच को पालते हैं, उन्हें जनता पहचान चुकी है।
हिन्दुस्थान समाचार / Nitin Sagar