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नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (हि.स.)। शाहदरा जिले के सीमापुरी थाना पुलिस ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए एक मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला को एक माह से अधिक की तलाश के बाद उसके परिजनों से मिलवाया। महिला अस्पताल में उपचाराधीन थी।
शाहदरा जिले के पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने शनिवार को बताया कि एक सितंबर को थाना सीमापुरी में डीडी नंबर 21ए के तहत सूचना मिली थी कि एक गर्भवती महिला रानीखेड़ा, टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) की रहने वाली 21 वर्षीय महिला को क्षेत्र में भटकते हुए पाया गया। सूचना पर कार्रवाई करते हुए महिला सब-इंस्पेक्टर अनुपम मौके पर पहुंचीं और महिला को तत्काल जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
चार सितंबर को महिला को अस्पताल से छुट्टी मिलते ही अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत ने महिला को आगे के उपचार के लिए इहबास अस्पताल भेजने के निर्देश दिए और उसके मानसिक स्वास्थ्य की विस्तृत रिपोर्ट तलब की।
परिजनों की खोज शुरू
पुलिस उपायुक ने बताया कि सीमापुरी थाना पुलिस ने महिला की पहचान और उसके परिवार की तलाश के लिए लगातार प्रयास जारी रखे। हेड कॉन्स्टेबल अंकुश को मध्य प्रदेश के रानीखेड़ा, टीकमगढ़ भेजा गया। लेकिन वहां से कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद महिला की तस्वीर और जानकारी दो प्रमुख अखबारों में प्रकाशित कराई गई। इस बीच सात सितंबर को महिला ने इहबास अस्पताल में एक समय से पहले बच्ची को जन्म दिया। दुर्भाग्यवश नवजात की मौत इलाज के दौरान हो गई। महिला की पहचान की कड़ी तलाश के दौरान पुलिस टीम ने बागेश्वर धाम (मध्य प्रदेश) में भी पोस्टर चिपकाए और लोगों से पूछताछ की। तभी कुछ स्थानीय भिखारियों ने महिला को पहचान लिया। इसी सुराग के आधार पर पुलिस महिला के परिवार तक पहुंच गई। लगातार कोशिशों के बाद पुलिस टीम महिला के परिजनों को लेकर इहबास अस्पताल पहुंची, जहां मां-बेटी का भावुक मिलन हुआ।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी