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गोपेश्वर, 11 अक्टूबर (हि.स.)। पीएम धन धान्य कृषि योजना के शुभारंभ पर शनिवार को चमोली जिले में चिंतन शिविर का आयोजन किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पीएम धन धान्य योजना के शुभारंभ के मौके पर जिला पंचायत सभागार, गोपेश्वर में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत सिंह बिष्ट और जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने संयुक्त रूप से किया। वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अन्नदाता को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से देश के सौ जिलों में कृषि विकास के लिए पीएम धन धान्य योजना और दलहन आत्मनिर्भरता अभियान शुरू किया जा रहा है। देश की 42 हजार करोड़ की कृषि परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्येय कृषि जोत को बढ़ाकर भारत को कृषि उपजों के निर्यातक के रूप में विश्व स्तर पर पहचान दिलाना है।
इसके लिए पूरे में जहां किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसानों को आर्थिक सहयोग किया गया है, वहीं धन धान्य योजना में चयनित जनपदों में मिट्टी और जलवायु के अनुरूप कृषि उपजों के उत्पादन से किसानों को आर्थिक रूप से सबल किया जाएगा। योजना के माध्यम से किसान को देश के विकास से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में जीएसटी में किए सुधार से सरकार ने किसानों को भी बड़ी राहत देने का कार्य किया गया है। जीएसटी में हुए सुधारों से कृषि उपकरणों और अन्य समाग्री की कीमतों में कमी आई है। जो किसानों के लिए राहत देने की मंशा से किया गया है। उन्होंने पीएम धन धान्य योजना और दलहन आत्मनिर्भरता योजना का लाभ लेते हुए किसानों से देश के विकास में सहयोगी बनने का आह्वान किया।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत सिंह बिष्ट ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर शुरू की गई पीएम धन धान्य योजना सीमांत क्षेत्र के किसानों के लिए भी उम्मीद की किरण लेकर आया है। योजना के संचालन से चमोली जनपद के किसानों को भी अपनी आर्थिकी को मजबूत करने के बेहतर अवसर मिलेगा। उन्होंने योजना के लिए चमोली जिले का चयन करने के लिए प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से कृषि उत्पाद को बढ़ाते हुए किसानों की आय मजबूत करने के लिए पीएम धन धान्य योजना और दलहन आत्मनिर्भरता अभियान शुरू की गई है। इसके माध्यम से कृषि, उद्यान, पशुपालन, भेषज, मत्स्य, रेशम, एनआरएलएम और सहकारिता विभाग के सहयोग से किसानों को आत्मनिर्भर करने की योजना है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की ओर योजना के लिए देश के सौ जिलों में चमोली को भी चयनित किया गया। ऐसे में अब जिला प्रशासन की ओर से कृषि उत्पादक को बढ़ाने और किसानों की आय में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार की जाएगी। इससे जनपद के कृषि उत्पाद को राष्ट्रीय कृषि इंडेक्स तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए सभी विभागों के समन्वय से कार्य करना होगा।
इस मौके पर परियोजना निदेशक आनंद भाकुनी, मुख्य उद्यान अधिकारी नितेंद्र सिंह, भेषज संघ के सचिव विवेक कुमार, पशुपालन विभाग के डॉ पुनीत भट्ट सहित अन्य अधिकारी और काश्तकार मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल