आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर जारी हुए स्मारक सिक्के और डाक टिकट अब ऑनलाइन उपलब्ध
संघ के शताब्दी वर्ष सिक्के


कोलकाता, 11 अक्टूबर (हि. स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार ने विशेष स्मारक सिक्के और डाक टिकट जारी किए हैं। कोलकाता टकसाल द्वारा निर्मित ये स्मारक सिक्के अब आधिकारिक वेबसाइट https://indiagovtmint.in/hi/product-category/kolkata-mint/ पर ऑनलाइन खरीद के लिए उपलब्ध हैं। कोलकाता टकसाल से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि वित्त मंत्रालय के आदेश पर इसे ऑनलाइन उपलब्ध करवाया गया है।

उन्होंने कहा कि यह आरएसएस की सौ वर्षीय सेवा, एकता और समर्पण को सम्मानित करने का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि इन स्मारक सिक्कों और डाक टिकटों के माध्यम से सरकार ने उस संगठन की ऐतिहासिक यात्रा को नमन किया है, जिसने भारत के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन को गहराई से प्रभावित किया है।

इन सिक्कों को खासतौर पर आरएसएस की विरासत और योगदान को सम्मान देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। वहीं, इसके साथ जारी विशेष डाक टिकट देशभर के फिलेटली ब्यूरो से प्राप्त किए जा सकते हैं।

सरकार की इस पहल को देशभर में सराहना मिल रही है। कई लोगों ने इसे आरएसएस के राष्ट्र निर्माण में योगदान के प्रति एक उपयुक्त श्रद्धांजलि बताया है।

पश्चिम बंगाल में संघ से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि इस पहल का इंतजार लंबे समय से किया जा रहा था, क्योंकि जब से डाक टिकट और सिक्के जारी हुए हैं, इसे संग्रहीत करने के लिए पूरे देश के स्वयंसेवक और आम लोग उत्सुक हैं। अब लोग इसे आसानी से खरीद सकेंगे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना वर्ष 1925 में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। पिछले एक शताब्दी में संगठन ने समाज सेवा, शिक्षा, आपदा राहत और राष्ट्रीय एकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।

विजयादशमी से एक दिन पहले आरएसएस के शताब्दी समारोह के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ था, जिसमें संघ के शीर्षस्त पदाधिकारी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे। इस दौरान इन सिक्कों और डाक टिकट को जारी किया गया था। संग्रहकर्ताओं और आम नागरिकों के बीच इन सीमित संस्करण वाले सिक्कों और टिकटों की मांग तेजी से बढ़ रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर