मानसिक स्वास्थ जीवन का अहम दायित्व, ठाणे सिविल सर्जन डॉ पवार
Mental health easy life long responsibility


मुंबई,10 अक्टूबर ( हि,. स.) । व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य केवल एक चिकित्सा शब्द नहीं है, बल्कि हर किसी के जीवन का एक अभिन्न अंग है। आज के व्यस्त और तनावपूर्ण समय में, मन की देखभाल हम सभी की सामूहिक ज़िम्मेदारी है,” ज़िला शल्य चिकित्सक डॉ. कैलाश पवार ने कहा।

ठाणे सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ पवार 10 अक्टूबर को ‘विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस’ के अवसर पर ठाणे सिविल अस्पताल में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्य मार्गदर्शक के रूप में बोल रहे थे। इस अवसर पर डॉ. पवार ने कहा, “अगर कोई शारीरिक बीमारी से पीड़ित होता है, तो समाज तुरंत मदद के लिए दौड़ पड़ता है; लेकिन मानसिक कष्ट को लेकर समाज में अभी भी चुप्पी, झिझक और कलंक है। यही सबसे बड़ी समस्या है।”

“आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता केवल अस्पतालों तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए। प्रत्येक स्कूल, कार्यस्थल और ग्राम स्तर पर मानसिक विकास एवं परामर्श केंद्र होने चाहिए। मानसिक तनाव, अवसाद या आत्महत्या की प्रवृत्ति पर समय पर ध्यान देने से कई लोगों की जान बच सकती है।” इस अवसर पर अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक डॉ. धीरज महांगड़े, निवासी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मृणाली राहुन, मनोचिकित्सक डॉ. विजय तेली, डॉ. अर्चना पवार और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इस वर्ष के विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का विषय आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता है। इसी के अनुरूप, ठाणे जिला स्वास्थ्य विभाग ने एक महीने का जागरूकता अभियान शुरू किया है।

इस दौरान, जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों, स्कूलों, कॉलेजों, पुलिस थानों, अग्निशमन दस्तों और एनडीआरएफ टीमों में मानसिक स्वास्थ्य सत्र, कार्यशालाएँ, तनाव प्रबंधन कक्षाएं, निबंध प्रतियोगिताएँ और जागरूकता रैलियाँ आयोजित की जाएँगी।

कार्यक्रम के दौरान, अस्पताल के मनोचिकित्सकों ने मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण, मार्गदर्शन और परामर्श सत्र भी आयोजित किए। इस पहल के माध्यम से, ठाणे जिला स्वास्थ्य विभाग ने मानसिक स्वास्थ्य ही समाज की शक्ति है संदेश के साथ एक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान शुरू किया। नागरिकों से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा