फतेहाबाद के रतिया में फर्जी नशा मुक्ति केंद्र का पर्दाफाश
रतिया। फर्जी नशामुक्ति केन्द्र चलाने के मामले में गिरफ्तार तीनों युवक।


-पुलिस ने हरियाणा-पंजाब के पीड़ितों को छुड़ाया, तीन आरोपित गिरफ्तारफतेहाबाद, 11 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा के फतेहाबाद जिले में अपराध एवं नशा विरोधी अभियान के तहत रतिया पुलिस ने एक फर्जी नशा मुक्ति केंद्र का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपिताें को गिरफ्तार किया है। यह केंद्र जिले के रतिया शहर में वार्ड नंबर 14 में एक मकान में बिना किसी सरकारी अनुमति और चिकित्सकीय देखरेख के अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था।डीएसपी नरसिंह ने शनिवार को बताया कि पुलिस को सूचना मिल रही थी कि इस कथित नशा मुक्ति केंद्र में हरियाणा और पंजाब के 4-5 नशा पीड़ित व्यक्तियों को अवैध रूप से बंदी बनाकर रखा गया है। केंद्र संचालक बिना डॉक्टर और कानूनी अनुमति के इलाज का दावा कर लोगों को गुमराह कर रहे थे और उनके परिजनों से नशा छुड़ाने के नाम पर पैसे वसूले जा रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर थाना प्रभारी उपनिरीक्षक रणजीत सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए वार्ड नंबर 14 स्थित मकान में छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान मौके से कई संदिग्ध दवाइयाँ, नकदी और जाली दस्तावेज बरामद किए गए। पुलिस ने मौके से जोनी पुत्र बीरबल निवासी रामनगर कॉलोनी, रतिया, सुधीर पुत्र विपन निवासी गुरु की नगर, गली नंबर 1, मंडी गोविंदगढ़, फतेहगढ़ साहिब और मनप्रीत पुत्र सतनाम निवासी गांव कोटली कलां, थाना सदर रमदिता, मानसा, पंजाब को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि पीड़ितों को जबरन रखा गया था और केंद्र में किसी प्रकार की चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध नहीं थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ थाना शहर रतिया में भारतीय न्याय संहिता की धारा 125, 126(2), 127(2), 127(3), 318(4), व 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। सभी पीड़ितों को सुरक्षित स्थान पर भेजकर उनकी उचित देखभाल की जा रही है। रतिया पुलिस ने आमजन से अपील की है कि किसी भी नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती होने से पहले उसकी वैधता और अधिकृत अनुमति की जांच अवश्य करें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि समाज को ऐसे फर्जी व शोषणकारी तंत्र से मुक्त किया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / अर्जुन जग्गा