भार वाहनों से परिवहन विभाग ने की पांच करोड़ की राजस्व वसूली, बाकियात थी राशि
चित्तौड़गढ़ परिवहन अधिकारी कार्यालय ने बाकियात वसूली की है।


चित्तौड़गढ़, 11 अक्टूबर (हि.स.)। बाकियात वसूली के मामले में बरती सख्ती के बाद चित्तौड़गढ़ परिवहन विभाग को बड़ी सफलता मिली है। भार वाहनों से करीब पांच करोड़ की राजस्व वसूली हुई है। दस्तावेज की जांचों में पंजीकृत हो चुके वाहनों से राजस्व की बाकियात होना सामने आया था। ऐसे में राजस्व बाकीयात वाले वाहनों को चिन्हित कर के अभियान चलाया और वसूली की। इससे विभाग को राजस्व आय में वृद्धि हुई है।

जिला परिवहन अधिकारी एनएस शाह ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले में पंजीकृत चल रहे भार वाहनों में काफी समय से राजस्व की बाकियात चल रही थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद ऐसे वाहनों की सूची तैयार की गई। परिवहन आयुक्त के निर्देश पर जिले में पंजीकृत बकाया भार वाहनों की शत प्रतिशत वसूली के लिए अभियान चलाया गया। परिवहन विभाग ने जो सूची तैयार की थी उसमें से 900 भार वाहनों की जो बाकियात थी उसमें 4 करोड़ 80 लाख रुपये की वसूली कर ली गई। वहीं कई वाहनों के पंजीकरण प्रमाण पत्र ऐसे प्रकरणों में निलंबित कर दिए गए हैं। जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि काफी समय से वाहनों की बाकियात होना सामने आया था। ऐसे में उच्च अधिकारियों के निर्देश पर ऐसे वाहनों की सूची बनाई गई और वाहन येमालिकों से संपर्क कर और सख्ती भी बरती। इससे ही विभाग को 4 करोड़ 80 लाख रुपये की राजस्व वसूली हो गई। विभाग की ओर से आगामी दिनों में यह अभियान जारी रहेगा। जो वाहनों के मालिक राशि जमा नहीं करवाते हैं उनके पंजीयन प्रमाण पत्र निरस्त किए जाएंगे। साथ ही वाहनों की जप्त करने की भी कार्रवाई होगी।

करीब छह हजार वाहनों से थी बाकियात

जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि पंजीकृत बकाया भार वाहनों की शत प्रतिशत वसूली के प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग में जो सूची बनाई उसके अनुसार 5875 वाहन ऐसे सामने आए थे, जिनकी बाकियात थी। इन वाहन मालिकों से भी संपर्क किया गया। समझाईश कर के राजस्व जमा करने को कहा। इससे राजस्व राशि जमा हुई। वैसे चित्तौड़गढ़ परिवहन अधिकारी कार्यालय से करीब हजार भार वाहन पंजीकृत है।

2800 वाहनों के पंजीयन प्रमाण पत्र निलंबित

जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि विभाग ने वसूली को लेकर सख्ती भी अपनाई है। 2793 वाहनों के पंजीयन प्रमाण पत्र ऐसे प्रकरणों में निलंबित कर दिए गए।जिन वाहनों के वैद्य फिटनेस नहीं थे एवं लंबे समय से कर जमा नहीं किया गया था निलंबित कर दिए। जिनको नोटिस देने के बावजूद एक माह के बाद भी स्पष्टीकरण परिवहन कार्यालय में वाहन मालिक द्वारा पेश नहीं किया गया। जिला परिवार अधिकारी ने बताया कि वाहन स्वामी जो चित्तौड़गढ़ के आस-पास अन्य राज्यों में रहते हैं उन्होंने भी वाहनों का बकाया कर जमा करवाना शुरू कर दिया है। बाहर के वाहन स्वामी की और से कार्यालय में प्रस्तुत किए जाने वाले दस्तावेजों से भी कार्य रोक कर बकाया कर में शास्ती जमा करवा कर ही कार्य किया जा रहा है। आगे भी यह कार्रवाई मार्च 2025-26 तक परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग की ओर से की जानी है।

68 ट्रांसपोर्ट कंपनियों को नोटिस, ढाई करोड़ की वसूली

जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि जिला कलक्टर चित्तौड़गढ़ आलोक रंजन की ओर से प्रत्येक सप्ताह राजस्व अर्जन संबंधी बैठक ली जा रही है। इसमें मिले निर्देशों के तहत जीएसटी विभाग की ओर से बकायदार ट्रांसपोर्ट कंपनियों के बैंक खातों को नोटिस नोटिस देने के बाद अस्थाई रूप से बंद किया गया है। इनमें 68 ट्रांसपोर्ट कंपनियों के करीब 490 वाहनों से 2 करोड़ 48 लाख रूपए राजस्व और प्राप्त होना है।

वार्षिक लक्ष्य की भी होगी पूर्ति

जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2025-26 में 296 करोड़ के राजस्व लक्ष्य की प्राप्ति के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर कार्य योजना भी तैयार कर ली गई है। सितंबर 2025 तक आवंटित लक्ष्य 96 करोड़ रुपये के विरुद्ध अब तक 82 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्त कर लिया गया है। शेष छह माह में 214 करोड रुपये राजस्व वसूल किए जाएंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल