रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल से चरमराई चिकित्सकीय व्यवस्थाएं
जोधपुर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रही। उन्होंने आज भी संपूर्ण कार्य बहिष्कार किया। इस हड़ताल के कारण कॉलेज से संबद्ध एमडीएम, एमजीएच, उम्मेद व केएन टीबी एंड चेस्ट
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जोधपुर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रही। उन्होंने आज भी संपूर्ण कार्य बहिष्कार किया। इस हड़ताल के कारण कॉलेज से संबद्ध एमडीएम, एमजीएच, उम्मेद व केएन टीबी एंड चेस्ट हॉस्पिटल में व्यवस्थाएं चरमरा गई है। वैकल्पिक तौर पर सीनियर डॉक्टरों ने कार्य संभाला है लेकिन मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों के अभाव में वहां मरीजों की लंबी लाइन लग गई।

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अध्यक्ष रविंद्र चारण ने बताया कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना व राज्य में सुरक्षा संबंधी मुद्दों को लेकर हुए पिछले आंदोलनों के बाद सरकार से मिले आश्वासन के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। पिछले दो सप्ताह से राज्यभर में चल रहे कार्य बहिष्कार के बावजूद सरकार द्वारा किए गए वादे और मांगें पूरी नहीं की गई हैं। इस कारण अब अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने ओपीडी, इनडोर, ओटी, इमरजेंसी, आईसीयू व लेबर रूम का पूर्ण कार्य बहिष्कार किया। रेजिडेंट्स ने डॉक्टरों की सुरक्षा सहित 8 सूत्री मांगें रखी हैं।

दो दिन से चल रही हड़ताल

दो माह पहले राज्य सरकार के साथ हुए समझौते की शर्तों की पालना नहीं होने के विरोध में पूरे राजस्थान के सरकारी मेडिकल कॉलेजों के रेजिडेंट डॉक्टर दो दिन से हड़ताल पर हैं। इसमें जोधपुर के डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर भी इसमें शामिल हैं। सोमवार को भी रेजिडेंट डॉक्टरों ने वार्ड, ओपीडी, इमरजेंसी और ऑपरेशन थिएटर सभी जगह काम का बहिष्कार किया।. इस हड़ताल के चलते मरीजों को परेशानी हो रही है। ओपीडी में मरीजों को अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। ओपीडी में केवल सीनियर डॉक्टर ही इलाज कर रहे हैं। उनका सहयोग करने वाले रेजिडेंट डॉक्टर नहीं है। इसी तरह से वार्ड, इमरजेंसी और अन्य व्यवस्थाएं भी प्रभावित हो रही है। एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नवीन किशोरिया ने बताया कि हड़ताल के चलते व्यवस्थाएं प्रभावित हुई है, लेकिन प्रयास किया है कि सभी जगह पर मरीजों को सुविधाएं मिलती रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश