मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना की बैठक में बच्चों के विकास के लिए नई योजनाओं पर चर्चा
शिमला, 21 अक्टूबर (हि.स.)। जिला दंडाधिकारी एवं उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आज मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष एवं जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिले के सभी बाल दे
मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना की बैठक में बच्चों के विकास के लिए नई योजनाओं पर चर्चा


शिमला, 21 अक्टूबर (हि.स.)। जिला दंडाधिकारी एवं उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आज मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष एवं जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक आयोजित की गई।

बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिले के सभी बाल देखभाल संस्थानों में बच्चों को सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके। उन्होंने बताया कि शीत ऋतु के कपड़ों के लिए योजना के तहत 5000 रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से 7 लाख 17 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं। इसके अलावा, गुणवत्ता युक्त भोजन के लिए प्रति बच्चे को 1000 रुपये भी दिए जा रहे हैं।

उपायुक्त ने जानकारी दी कि गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से योजना के तहत 8 बच्चों को शिमला के अच्छे स्कूलों में दाखिला दिया गया है। इसके साथ ही, बच्चों के व्यक्तिगत विकास के लिए सीसीआई द्वारा मासिक पिकनिक का आयोजन किया जाता है, जिसमें बच्चों को दोपहर का भोजन भी उपलब्ध कराया जाता है।

अनुपम कश्यप ने बताया कि राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष की स्थापना की गई है जिसमें कोई भी व्यक्ति अंशदान दे सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जिला शिमला में मिशन वात्सल्य के अंतर्गत 13 बाल देखभाल संस्थान हैं, जिनमें 403 बच्चे रह रहे हैं। इन बच्चों को स्थानीय स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, और प्रत्येक बच्चे का स्वास्थ्य कार्ड भी बनाया गया है।

अफ्टर केयर योजना के तहत 15 लड़कों और 21 लड़कियों को भी लाभान्वित किया गया है। जुलाई 2024 से सितंबर 2024 तक कुल 80 बच्चों और उनके माता-पिता को परामर्श दिया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला