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कानपुर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। आम आदमी को सुरक्षा का विश्वास दिलाने वाली पुलिस ही जब चोर से साठ-गांठ कर ले तो न्याय की उम्मीद करना बेमानी साबित होगी। ताजा मामला कानपुर कमिश्नरेट पुलिस का है, जहां पर रेलबाजार पुलिस ने चोर से चोरी का लाखों का सोना हड़प लिया। मामला पुलिस कमिश्नर तक पहुंचा और जांच हुई तो पुलिस की करतूत की पोल खुल गई। मामले में सोमवार को थानेदार समेत चार पुलिसकर्मी निलम्बित कर दिये गये।
अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने सोमवार को बताया कि बीते दिनों थाना बर्रा क्षेत्र में एक चोरी हुई थी, जिसमें बर्रा पुलिस जांच कर रही थी। जांच के दौरान पता चला कि चोर ने रेलबाजार क्षेत्र में एक सराफा व्यापारी को सोना बेचा था। सराफा व्यापारी के सम्पर्क में रेलबाजार थाना के कुछ पुलिसकर्मी थे जिन्होंने सोना अपने पास रख लिया। इन आरोपों की जांच के लिए उच्चस्तरीय टीम का गठन किया गया। प्रथमदृष्टया आरोप सही पाये जाने पर थाना प्रभारी रेलबाजार विजय दर्शन शर्मा, उ0नि0 (प्रशिक्षणरत) नवीन श्रीवास्तव, मुख्य आरक्षी सुभाष तिवारी और हामिल हफीज को निलम्बित कर दिया गया है। इसके साथ ही बर्रा में दर्ज चोरी के मुकदमें में उपरोक्त पुलिसकर्मियों का भी अपराधिक कृत्य तय किया जाएगा।
यह था मामला
बर्रा थाना क्षेत्र निवासी शालिनी दुबे के घर पर चोरों ने 30 सितम्बर को लाखों की चोरी की घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता के अनुसार करीब 30 लाख रुपये का सोना चोरी हुआ है। इस पर साउथ जोन की पुलिस ने चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए चोर को गिरफ्तार कर लिया था। माल बरामदगी के लिए जब जांच शुरु हुई थी चोर ने रेलबाजार पुलिस की पोल खोल दी। चोर ने बताया कि उसे रेलबाजार पुलिस ने पहले ही पकड़ लिया था। चोरी का सारा माल लेकर उसे छोड़ दिया गया था। पुलिस पर ही बड़ा आरोप लगता देख बर्रा पुलिस ने मामले की जानकारी डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा को दी और मामला पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार तक पहुंच गया। पुलिस कमिश्नर ने डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा और डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी। जांच में चोर के आरोप सही पाए गये और सोमवार को रेलबाजार पुलिस पर गाज गिर गई।
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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह