रोहतक: मुख्यमंत्री वादे के अनुसार धान की खरीद 3100 रुपए प्रति क्विंटल सुनिश्चित करें:बजरंग गर्ग
रोहतक, 21 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कांन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा की थी कि हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने पर दस अक्टूबर से धान 3100 रुपए प्रत
21आरटीकेः 5 व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग व्यापारी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए। ---------


रोहतक, 21 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कांन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा की थी कि हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने पर दस अक्टूबर से धान 3100 रुपए प्रति क्विंटल खरीदी जाएगी। मुख्यमंत्री को अपने वादे के अनुसार किसान की धान 3100 रुपए प्रति क्विंटल खरीदनी चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि बारह दिन बीत जाने के बाद भी धान 3100 रुपए खरीदने की बजाएं सरकार 2320 रुपए एमएसपी पर भी नहीं खरीद रही है जबकि किसान का धान एमएसपी से कम रेटों में बिक रही है।

किसान अपनी धान बेचने के लिए एक महीने से मंडियों में धक्के खा रहा है। सरकार के धान खरीद, उठान व भुगतान के सभी दावे फेल सिद्ध हुए हैं। सोमवार को बजरंग गर्ग व्यापारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने वादे के अनुसार 72 घंटे में धान की खरीद, उठाने व भुगतान करना चाहिए। सरकार को धान खरीद पर किसान को 300 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देना चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को पराली जलाने के रोक थाम के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। सरकार को किसान को हैप्पी सीडर मशीनों पर 100 प्रतिशत सब्सिडी देनी चाहिए और सरकार को पराली की सरकारी खरीद करनी चाहिए जबकि पराली गता, प्लाईवुड फैक्ट्री व गौशाला में भारी तादाद में उपयोग में आती है।

सरकार पराली जलाने की समस्या का समाधान करने के बजाएं किसानों पर मुकदमा दर्ज करके किसानों की दो साल के लिए फसल ना खरीदने की बात कर रही है जो उचित नहीं है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार द्वारा धान, गेंहू व बाजार पर आढ़तियों का कमीशन कम करने पर व्यापारियों में भारी नाराजगी है जबकि 30 सालों से हर अनाज खरीद पर 2.5 प्रतिशत आढ़तियों को कमीशन मिलता आ रहा था जबकि 30 सालों में महंगाई तो कई गुणा बढ़ गई मगर आढ़तियों की आढ़त बढ़ाने की बजाएं सरकार ने आढ़तियों की आढ़त कई अनाज पर खत्म कर दी व कम कर दी जो उचित नहीं है। सरकार को पहले की तरह हर अनाज खरीद पर 2.5 प्रतिशत कमीशन आढ़तियों को देना चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल