विश्व कैंसर दिवस: गुजरात में पिछले 6 सालों में 2 लाख से अधिक मरीजाें मिला निःशुल्क उपचार
पीएमजेएवाई-मां योजना बनी कैंसर मरीजों के लिए वरदान अहमदाबाद, 3 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मां (पीएमजेएवाई-एमए) गरीब और मध्यम वर्ग के लिए एक अमूल्य वरदान साबित हो रही है। हर साल 4 फरवरी
गुजरात कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट (जीसीआरआई) अहमदाबाद


पीएमजेएवाई-मां योजना बनी कैंसर मरीजों के लिए वरदान

अहमदाबाद, 3 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मां (पीएमजेएवाई-एमए) गरीब और मध्यम वर्ग के लिए एक अमूल्य वरदान साबित हो रही है। हर साल 4 फरवरी को मनाए जाने वाले विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर कैंसर मरीजाें के लिए किस तरह से यह याेजना उपचार और उसके

निदान में एक संजीवन बन कर उभरी है, इसके बारे में जानते हैं। इस दिवस काे इस वर्ष “यूनाइटेड बाय यूनीक” थीम के साथ मनाया जा रहा है।

गुजरात माहिती विभाग की जारी विज्ञप्ति के अनुसार पीएमजेएवाई-एमए योजना के तहत पिछले 6 सालों में गुजरात में 2 लाख से अधिक कैंसर मरीज़ों को निःशुल्क उपचार की सुविधा मिली हैं। इन मरीज़ों के इलाज में राज्य सरकार की ओर से पिछले 6 सालों में 2,855 रुपये करोड़ से अधिक की पूर्व-अनुमोदित राशि स्वीकृत की गई है। इसके अलावा गुजरात सरकार और गुजरात कैंसर सोसाइटी के संयुक्त रूप से संचालित गुजरात कैंसर रीसर्च इन्स्टीट्यूट (जीसीआरआई), राज्य में कैंसर उपचार और देखभाल में महत्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरा है। आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त यह इन्स्टीट्यूट कैंसर मरीज़ों के इलाज के लिए समर्पित है। कैंसर मरीज़ों के उपचार सुविधा देने के संदर्भ में जीसीआरआई के महत्व को आंकड़ों से समझें तो वर्ष 2024 में जीसीआरआई ने 25,956 कैंसर के मामलों को उपचार की सुविधाएं दी हैं। इसमें 17,107 मामले गुजरात से हैं

और 8,843 अन्य राज्यों (विशेषकर मध्य प्रदेश से 4,331, राजस्थान से 2,726, उत्तर प्रदेश से 1,043, शेष अन्य राज्यों से) से हैं और 6 कैंसर के मामले अंतरराष्ट्रीय हैं। ये आंकड़े जीसीआरआई की विशेष कैंसर देखभाल में विश्वसनीयता को दर्शाते हैं। इतना ही नहीं, जीसीआरआई सालभर कैंसर जागरूकता अभियान भी चलाता है। वर्ष 2024 में जीसीआरआई ने 78 कैंसर स्क्रीनिंग कैम्पस लगाए, जिसका लाभ 7,700 लोगों ने लिया। इसी तरह 22 अवेयरनेस लेक्चर्स भी आयोजित किए गए, जिसका लाभ 4,550 लोगों ने लिया और 41 रक्तदान शिविर भी आयोजित किए, जिसके अंतर्गत 3,395 बॉटल्स रक्त संग्रहित किए गए।

डिस्ट्रिक्ट डे केयर कीमोथैरिपी सेन्टर्स

राज्य के कैंसर मरीज़ों के उपचार व निदान के प्रति संवेदनशील प्रयास के दिशा में गुजरात सरकार ने कैंसर उपचार को विकेंद्रीकृत करने के लिए एक अलग दृष्टिकोण अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को शुरू की गई एक परिवर्तनकारी पहल के तहत, राज्य के सभी जिलों में 35 डिस्ट्रिक्ट डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर्स स्थापित किए गए हैं। ये सेन्टर्स जिला अस्पतालों में इलाज करा रहे कैंसर रोगियों को आवश्यक कीमोथेरेपी उपचार प्रदान करते हैं।

गुजरात कैंसर रीसर्च इन्स्टीट्यूट (जीसीआरआई) अहमदाबाद और उनके अन्य 3 सैटेलाइट सेन्टर्स सिद्धपुर, राजकोट और भावनगर के सहयोग से, जिला अस्पतालों में स्थित डिस्ट्रिक्ट डे केयर कीमोथेरेपी सेन्टर्स आवश्यक उपचार सेवाएं, टेली-कंसल्टेंसी सेवाएं और आवश्यक दवाइयां प्रदान करते हैं। आंकड़ों की बात करें तो, दिसंबर 2024 तक इन सभी डे केयर कीमोथेरेपी सेन्टर्स के माध्यम से 71,000 से अधिक कैंसर मरीजों ने 2 लाख 3 हजार से अधिक कीमोथेरेपी सेशन्स (साइकल्स) लिए हैं। इस तरह से राज्य सरकार की इस पहल ने कैंसर मरीजों और उनके परिजनों का समय और खर्च, दोनों की बचत की है।

कैंसर से लड़ाई में गुजरात सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता

कैंसर के उपचार व निदान के प्रति गुजरात सरकार के सशक्त प्रयास किए हैं। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के प्रभावी कार्यान्वयन, डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर्स की स्थपाना से हर जिले में कीमोथेरेपी सेशन्स की सुविधा उपलब्ध कराने और गुजरात कैंसर रीसर्च इन्स्टीट्यूट (जीसीआरआई) द्वारा कैंसर मरीज़ों को बेहतर उपचार और निदान की उपलब्धता सुनिश्चित की है। राज्य सरकार के ये प्रयास न केवल कैंसर मरीज़ों को विश्वस्तरीय उपचार सुविधा को सुनिश्चित कर रहे हैं बल्कि वे विश्व कैंसर दिवस के उद्देश्यों के प्रति भी प्रतिबद्ध दिखाई पड़ रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय