महिलाओं को साक्षर बनाने की पहल शुरू, 26 केन्द्रों पर 760 महिलाओं ने दिया परीक्षा
बेतिया, 7 दिसंबर (हि.स.)। विभिन्न पंचायतों में अक्षर आंचल योजना के तहत बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस परीक्षा में नव-साक्षर महिलाओं ने बड़ी संख्या में उत्साह और आत्मविश्वास के साथ भाग लिया। कुल 26 केन्द्रों पर 760 मह
महिलाओं को साक्षर बनाने की पहल शुरू, 26 केन्द्रों पर 760 महिलाओं ने दिया परीक्षा


बेतिया, 7 दिसंबर (हि.स.)। विभिन्न पंचायतों में अक्षर आंचल योजना के तहत बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस परीक्षा में नव-साक्षर महिलाओं ने बड़ी संख्या में उत्साह और आत्मविश्वास के साथ भाग लिया। कुल 26 केन्द्रों पर 760 महिला परिक्षार्थियों ने भाग लिया।

महापरीक्षा को सफल बनाने के लिए जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक अलग-अलग जांच टीम गठित किया गया । प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रियाज अहमद ने रविवार को बताया कि अक्षर आंचल योजना का उद्देश्य उन महिलाओं को शिक्षा से जोड़ना है।जो किसी कारणवश विद्यालय नहीं जा सकीं ,या शुरुआती शिक्षा से वंचित रह गई थीं।

इस योजना के माध्यम से उन्हें पढ़ना, लिखना, बुनियादी गणितीय जानकारी, बैंकिंग से संबंधित सामान्य ज्ञान, सरकारी योजनाओं की समझ, स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ी जरूरी जानकारी प्रदान की जाती है। परीक्षा के जरिए यह आकलन किया जाता है कि प्रशिक्षण अवधि के दौरान उन्हें दी गई शिक्षा को उन्होंने किस स्तर तक आत्मसात किया है।

परीक्षा कक्षों में साफ-सफाई, बैठने की व्यवस्था, पेयजल, सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्थाएं पहले से तैयार कर दी गई थीं। सभी केन्द्रों के निरिक्षण के लिए हृषिकेश शुक्ला,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रियाज अहमद, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी विकास कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, नेहा राज, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी शशांक कुमार आदि दौरा करते नजर आये।

बीईओ ने बताया कि अक्षर आंचल योजना के तहत आयोजित यह बुनियादी महापरीक्षा सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक चली। परीक्षा में शामिल महिलाओं के लिए विशेष रूप से सहायता केंद्र भी बनाए गए ।जहां उन्हें प्रवेश, सीटिंग व्यवस्था और अन्य जानकारी दी गई।

परीक्षा में अधिक से अधिक महिलाओं को शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया। परीक्षा में सफल महिला परीक्षार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान करने की बात कही गई।

परीक्षा से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा तथा सरकारी योजनाओं और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों में भी उनकी भागीदारी बढ़ेगी। महिलाएं अक्षर आंचल योजना से जुड़कर स्वावलंबन और सामाजिक सशक्तिकरण की राह पर आगे बढ़ेंगी।

हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक