मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना का प्रदेश भर में शुभारंभ: मंत्री जोराराम कुमावत
जयपुर, 1 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व एवं पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत के निर्देशन में प्रदेश में पशुधन संरक्षण को एक नया आयाम देने के लिए सरकार संकल्पित होकर काम कर रही है। इसी दृष्टि से पशु
पशुपालन मंत्री  जोराराम कुमावत के प्रयासों से 144 करोड़ 15 लाख रुपए मंजूर: मंत्री जोराराम कुमावत


जयपुर, 1 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व एवं पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत के निर्देशन में प्रदेश में पशुधन संरक्षण को एक नया आयाम देने के लिए सरकार संकल्पित होकर काम कर रही है। इसी दृष्टि से पशुपालकों के आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए एवं उन्हें आर्थिक संबल प्रदान किए जाने हेतु मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना संचालित की जा रही है। योजना के तहत राज्य में 21 लाख पशुओं का निःशुल्क बीमा किया जाना है।

पशुपालन,गोपालन एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि योजना के अंतर्गत वर्ष 2025-26 के लिए बीमा का काम आज से प्रारंभ हो गया है। इस वर्ष का पहला बीमा अजमेर जिले के जीरोता गांव की सुरता देवी की दो भैंसों के लिए सफलतापूर्वक हुआ।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष बीमा के कार्य में गति और सुगमता लाने के उद्देश्य से प्रक्रिया में कुछ परिवर्तन किए गए हैं। इस बार पहले आओ पहले पाओ के आधार पर बीमा का काम होगा जबकि पिछले वर्ष यह लॉटरी द्वारा किया गया था। इस वर्ष पशु चिकित्सक और सर्वेयर एक साथ काम करेंगे और पशुओं का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी करने के साथ ही बीमा पॉलिसी भी जारी कर दी जाएगी। इससे पशुपालकों को लाभ मिलने में तो आसानी होगी ही साथ ही काम में भी गति आएगी।

उल्लेखनीय है कि आज से प्रदेश के हर राजस्व गांव में योजना बनाकर शिविर आयोजित किए जाएंगे जिससे अधिकतम पशुपालक प्रारंभिक चरण में ही योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। योजना के नियमों के अनुसार इस वर्ष एक पशुपालक एक जन आधार पर दो गाय, दो भैंस अथवा एक गाय और एक भैंस, 10 ऊंट तथा 10 भेड़ या 10 बकरियों का निःशुल्क बीमा करवा सकता है।

पशुपालक शिविरों से पूर्व या शिविरों के दौरान भी स्वयं पंजीकरण कर सकेंगे। इसके लिए मंगला पशु बीमा योजना 25-26 का मोबाइल एप लॉन्च किया गया है जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इस एप के माध्यम से जन आधार का उपयोग कर पशुओं का पंजीकरण कुछ ही मिनटों में किया जा सकता है। पशुपालक ई- मित्र के माध्यम से भी 30 रुपये की राशि अदा कर अपना पंजीकरण करा सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश