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- अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों से देश के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों का होगा समाधान
कानपुर, 28 मार्च (हि.स)। राष्ट्रीय चुनौतियों और वैज्ञानिक व इंजीनियरिंग समाधानों को व्यावहारिक अनुप्रयोगों में अनुवादित करते हुए डीप-टेक इनक्यूबेशन की संस्कृति को बढ़ावा दे रहे कानपुर आईआईटी के स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) ने एक और समझौता किया है। इससे अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों से देश के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों का समाधान होगा। यह समझौता सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू) ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड के साथ हुआ।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर की मीडिया प्रभारी भाविशा उपाध्याय ने गुरुवार को बताया कि समझौते के तहत ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड उन्नत चिकित्सा प्रौद्योगिकियों, डिजिटल स्वास्थ्य समाधान, टेलीमेडिसिन अनुप्रयोगों और स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी ढांचे के नवाचारों पर काम कर रहे एसआईआईसी में इनक्यूबेट किए गए स्टार्टअप को वित्तीय सहायता और सलाह प्रदान करेगा।
इस साझेदारी का उद्देश्य भारत में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों का समाधान प्राप्त करने के लिए प्रभावशाली समाधान विकसित करने के लिए ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड की उद्योग विशेषज्ञता के साथ आईआईटी कानपुर की तकनीकी क्षमता का लाभ उठाना है।
एसआईआईसी के प्रभारी प्रोफेसर अंकुश शर्मा ने बताया कि यह सहयोग एक शक्तिशाली पारिस्थितिकी तंत्र बनाता है। जहां हमारे इनक्यूबेटेड स्टार्टअप अपने नवाचारों को वास्तविक दुनिया के इस्तेमाल करने के लिए प्रोटोटाइप से उत्पाद बनाने के लिए ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड के विशाल उद्योग अनुभव का लाभ उठा सकते हैं।
ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक वी के तिवारी ने कहा कि एसआईआईसी के साथ इस साझेदारी से हमें नवाचार की क्षमता का लाभ उठाने और गंभीर स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों का समाधान कर राष्ट्रीय कल्याण में योगदान करने का अवसर मिलेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/सियाराम