फिर गरमाया सशक्त भू-कानून और मूल निवास का मुद्दा, यूकेडी को पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास जाने से रोका
- विभिन्न मांगों को लेकर सड़क पर उतरा यूकेडी, निकाली तांडल रैली देहरादून, 24 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तराखंड में सशक्त भू-कानून और मूल निवास का मुद्दा फिर गरमाने लगा है। हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर सशक्त भू—कानून लागू किए जाने, मूल निवास 1950 जैसी मांगों क
तांडव रैली निकालते उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के कार्यकर्ता।


- विभिन्न मांगों को लेकर सड़क पर उतरा यूकेडी, निकाली तांडल रैली

देहरादून, 24 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तराखंड में सशक्त भू-कानून और मूल निवास का मुद्दा फिर गरमाने लगा है। हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर सशक्त भू—कानून लागू किए जाने, मूल निवास 1950 जैसी मांगों को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने गुरुवार को सड़क पर उतर आए और तांडव रैली निकाल मुख्यमंत्री आवास कूच किया।

यूकेडी कार्यकर्ता परेड ग्राउंड में इकट्ठा हुए फिर सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते मुख्यमंत्री आवास कूच के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर सभी कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री आवास जाने से रोक दिया। इस दौरान यूकेडी कार्यकर्ता और पुलिस के बीच नोक-झोंक भी हुई।

यूकेडी के केंद्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश उपाध्याय ने कहा कि यूकेडी ने राज्य के गठन में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन सरकार यूकेडी की मांग को दरकिनार कर रही है। लगातार सरकार से यह मांग की जा रही है कि प्रदेश में एक सशक्त भू—कानून बनाया जाए और 1950 के मूल निवास को प्रदेश में लागू किया जाए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की जमीन बाहरी लोगों को बेचा जा रहा है। उत्तराखंड के मैदानी जिलों में पूरी तरह से अन्य प्रदेश के लोगों का कब्जा हो गया है, लेकिन सरकार कोई उचित कदम नहीं उठा रही है। उपाध्याय ने कहा कि आज प्रदेश की यह दुर्दशा हो गई है। जमीनों पर कब्जा करके भू-माफियाओं ने जंगल और प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने सरकार से भू-माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण