अहोई अष्टमी पूजन से दिपावाली महोत्सव शुरू, भारतीय उत्पाद खरीदने की अपील
बोले खंडेलवाल- आज अहोई अष्टमी पूजन से दिपावाली महोत्सव की हो गई शुरुआत -बाजारों में है रौनक, चीनी सामान का बहिष्कार और भारतीय उत्पादों का बोलबाला नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (हि.स.)। राजधानी दिल्ली सहित देशभर में अहोई अष्टमी पूजन से 10 दिवसीय दिवाली महोत
कैट महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल का फोटो


बोले खंडेलवाल- आज अहोई अष्टमी पूजन से दिपावाली महोत्सव की हो गई शुरुआत

-बाजारों में है रौनक, चीनी सामान का बहिष्कार और भारतीय उत्पादों का बोलबाला

नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (हि.स.)। राजधानी दिल्ली सहित देशभर में अहोई अष्टमी पूजन से 10 दिवसीय दिवाली महोत्सव की शुरुआत गुरुवार से गई। अधिकांश बाजारों में उत्सव का माहौल देखा जा रहा है। भारतीय उत्पादों की भारी मांग के साथ दुकानदार भी बेहद उत्साहित हैं। व्‍यापारी इन 10 दिनों में ज्यादा कारोबार होने की उम्मीद कर रहे हैं।

दिपावली त्योहार मनाने के प्रति इस वर्ष लोगों में एक नई उमंग देखी जा रही है। राजधानी दिल्ली सहित देशभर के बाजारों को विशेष रूप से सजाए जाने का काम भी शुरू हो गया है। इस वर्ष दिपावली पर देशभर में 4.25 लाख करोड़ रुपये के व्यापार होने की उम्मीद है, जो अपने आप में अबतक का दिपावली बिक्री का एक रिकॉर्ड होगा। वहीं, एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के व्यापार का झटका दिपावली त्‍योहार की बिक्री एवं खरीद के जरिए देश के लोग चीन को देने जा रहे हैं।

देशभर में व्यापारियों के शीर्ष संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री तथा चांदनी चौक से भाजपा के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि देशभर के व्यापारियों ने इस त्योहार को बड़े पैमाने पर 'अपनी दिवाली-भारतीय दिवाली' के रूप में मनाने का निर्णय लेते हुए ज्यादा से ज्यादा भारतीय सामान की बिक्री करने का निर्णय लिया है, ताकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का “वोकल फॉर लोकल” स्लोगन और अधिक मजबूत हो। खंडेलवाल ने बताया कि आज अहोई अष्टमी, 28 अक्‍टूबर को धनतेरस, 30 अक्‍टूबर को नर्क चतुर्दशी, 31 अक्‍टूबर को दिपावली, 2 नवंबर की गोवर्धन पूजा तथा 3 नवंबर को भाई दूज तक ये महोत्सव चलेगा, लेकिन उसके तुरंत बाद 5 नवंबर से 7 नवंबर तक छठ पूजा तथा 12 नवंबर को तुलसी विवाह तक त्यौहारों का यह सीजन चलने वाला है।

कैट महामंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में चीनी उत्पादों के बहिष्कार की भावना मजबूत हुई है, इस साल यह और अधिक प्रभावी रूप में दिखाई दे रही है। उन्‍होंने व्यापारियों और ग्राहकों से अपील की है कि वे इस दिपावली केवल भारतीय उत्पादों की ही खरीद-बिक्री करें और भारतीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में अपना योगदान दें।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर