न्याय आपके द्वार की परिकल्पना साकार कर रही ग्राम चौपाल
- गांव की समस्या का गांव में ही हो रहा समाधान, सार्वजनिक समस्याओं का भी निराकरण - अब तक 75 हजार ग्र
न्याय आपके द्वार की परिकल्पना साकार कर रही ग्राम चौपाल


- गांव की समस्या का गांव में ही हो रहा समाधान, सार्वजनिक समस्याओं का भी निराकरण

- अब तक 75 हजार ग्राम चौपाल में 3.28 लाख से अधिक समस्याओं का निस्तारण

लखनऊ, 29 जनवरी (हि.स.)। गांव की समस्या-गांव में ही समाधान के उद्देश्य से आयोजित ग्राम चौपाल न्याय आपके द्वार की परिकल्पना साकार कर रही है।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशन में ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रदेश भर के प्रत्येक विकास खंड की दो ग्राम पंचायतों में प्रत्येक शुक्रवार को ग्राम चौपाल का आयोजन किया जा रहा है।

ग्राम्य विकास विभाग के अनुसार छह जनवरी 2023 से अब तक लगभग 75 हजार ग्राम चौपालों का आयोजन किया जा चुका है। इनमें तीन लाख 28 हजार से अधिक समस्याओं का निस्तारण किया गया।

ग्राम चौपाल के माध्यम से गांव के लोगों की समस्या का निराकरण उनके गांव में ही हो रहा है। साथ ही सरकार खुद चलकर गांव-गरीब के द्वार पहुंच रही है। ग्राम चौपाल से जहां गांवों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जमीनी हकीकत का पता चलता है, वहीं सोशल सेक्टर की योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आ रही है। उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या के निर्देशों के अनुपालन में ठोस व प्रभावी रूपरेखा बनाकर चौपालों का आयोजन किया जा रहा है। चौपाल आयोजित होने से पूर्व गांवों में सफाई पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है और ग्राम चौपाल के बारे में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। व्यक्तिगत समस्याओं के अलावा सार्वजनिक समस्याओं का भी समाधान चौपालों में हो रहा है।

उप मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ग्राम चौपालों का आयोजन विधिवत किया जाता रहे, लेकिन जिन ग्रामों में ग्राम चौपाल हो चुकी हैं उनसे इतर दूसरे मजरों में भी ग्राम चौपाल आयोजित की जाए।

मोदी ऐप हर गरीब को सरकारी योजनाओं से करेगा संतृप्त, जानें कैसे

उप मुख्यमंत्री केशव ने यह भी निर्देश दिए हैं कि मोदी ऐप डाउनलोड करने के लिए ग्राम विकास से जुड़े सभी अधिकारियों, कर्मचारियों व लाभार्थियों को प्रेरित किया जाए। इस ऐप में गरीब कल्याण की विभिन्न योजनाओं का विवरण रहता है और उससे लाभकारी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। मोदी ऐप डाउनलोड करने की ड्राइव चलाई जाय। चौपालों में भी इसके बारे में चर्चा की जाए और लोगों को प्रेरित किया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण