बंगाल में 40 हजार के करीब पहुंची डेंगू संक्रमितों की संख्या
कोलकाता, 25 सितंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में मौत का पर्याय बनते जा रहे डेंगू संक्रमण में तेजी से बढ़
Dengue 1


कोलकाता, 25 सितंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में मौत का पर्याय बनते जा रहे डेंगू संक्रमण में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में डेंगू के मामलों की संख्या रिकॉर्ड 38 हजार के आंकड़े को पार कर गई है। सोमवार तक, कुल आंकड़ा 38 हजार 181 था। लगभग हर दिन अलग-अलग जिलों से डेंगू से होने वाली मौतों की खबरें सामने आ रही हैं, लेकिन विभाग ने वास्तविक संख्या नहीं बताई है।

विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, चिंताजनक बात यह है कि अब उत्तर बंगाल, खासकर मालदा के कई इलाके तेजी से डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। उत्तर और दक्षिण बंगाल में कई डेंगू हॉटस्पॉट क्षेत्र चिन्हित किए गए हैं, जहां नियमित आधार पर विशेष निगरानी की जा रही है। राज्य की राजधानी में मामलों में अचानक वृद्धि के बीच, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने स्थिति नियंत्रण में आने तक अपने स्वास्थ्य केंद्रों को सप्ताह में सात दिन के आधार पर संचालित करने का निर्णय लिया है। केएमसी ने अगले दो महीनों के लिए अपने पूरे स्टाफ की छुट्टियां भी रद्द कर दी हैं। अक्टूबर में दुर्गा पूजा और नवंबर में दिवाली के दौरान कर्मचारी छुट्टियां नहीं ले सकेंगे। इस बीच, विपक्षी भाजपा ने पश्चिम बंगाल में डेंगू की चिंताजनक स्थिति को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है।

पश्चिम बंगाल में भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, जिस तरह पश्चिम बंगाल में घोटालेबाज राज्य सरकार से प्राप्त संरक्षण के कारण निडर हो गए हैं, उसी तरह मच्छर भी यह समझकर निडर हो गए हैं कि स्वास्थ्य अधिकारी उन्हें नियंत्रित करने के लिए निवारक उपाय करने में इतने लापरवाह हैं।

केएमसी के उप और मेयर परिषद के सदस्य (स्वास्थ्य) अतीन घोष ने दावा किया है कि अकेले केएमसी इस खतरे को नियंत्रित नहीं कर सकता, जब तक कि आम लोग अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों को साफ रखने जैसी सावधानी नहीं बरतेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश /गंगा