सोने की पालकी में चारभुजानाथ : जल झूलनी एकादशी पर भगवान का नगर-भ्रमण
राजसमंद, 25 सितंबर (हि.स.)। राजसमंद के गढ़बोर में जल झूलनी एकादशी पर चारभुजानाथ मंदिर में लक्खी मेला
सोने की पालकी में चारभुजानाथ : जल झूलनी एकादशी पर भगवान का नगर-भ्रमण


राजसमंद, 25 सितंबर (हि.स.)। राजसमंद के गढ़बोर में जल झूलनी एकादशी पर चारभुजानाथ मंदिर में लक्खी मेला भरा। पूरा शहर गुलाबी रंग में रंगा नजर आ रहा है। भगवान चारभुजानाथ राजभोग की आरती के बाद सोने की पालकी में नगर भ्रमण के लिए निकले। दोपहर 12 बजे पूरा शहर गुलाबी गुलाल में रंग गया। मेले में देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं।

मेवाड़ व मारवाड़ के प्रमुख धामों में से एक पांडव कालीन चारभुजानाथ के मंदिर में जल झूलनी एकादशी का उत्साह श्रद्धालुओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। गढ़बोर में इस बार क्षेत्र में पर्याप्त बारिश के कारण दूध तलाई में पानी भरा है।चाभुजानाथ प्रभु के विग्रह बाल स्वरूप ठाकुरजी को पुजारी व श्रद्धालुओं ने दूध तलाई के जल से स्नान कराया। जल की बौछारों से स्नान कराया गया। ये दृश्य साल में एक बार इसी दिन देखने को मिलता है, जिसमें भक्त और भगवान के मिलन की अनुभूति होती है। दोपहर 12 बजे चारभुजाजी की राजभोग आरती की सेवा के बाद ठाकुरजी का बेवाण पूरे शाही लवाजमे व अस्त्र-शस्त्र के साथ नगर भ्रमण पर निकला। मेले में हजारों श्रद्धालु रविवार को ही गढ़बोर पहुंच गए थे।मंदिर और बेवाण यात्रा में शामिल होने बड़ी तादाद में श्रद्धालु आए हैं। दूध तलाई पर श्रद्धालु उमड़ पड़े। मंदिर में महिलाओं व पुरुषों को अलग-अलग कतारों से दर्शन करवाए गए। सोमवार को राज भोग आरती के बाद ठाकुरजी के बाल स्वरूप को सोने की पालकी में विराजमान कराकर शाही लवाजमे के साथ शोभायात्रा दूध तलाई पहुंची। व्यवस्थाओं की कमान 6 थानों की पुलिस सहित आला अधिकारी संभाल रहे हैं। चारभुजा नाथ मंदिर से दूध तलाई व कस्बे में 500 से अधिक पुलिस कर्मी तैनात कर रखे हैं। जिससे कि श्रद्धालु को दर्शन के दौरान कोई परेशानी न हो। साथ ही मंदिर के पास में कंट्रोल रूम लगाया है। जहां से दर्शन व्यवस्था की निगरानी रखी जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर