उदयपुर, 24 सितंबर (हि. स.)। महात्मा गांधी ने जिस अग्नि में तपस्या कर शोषण और अराजकता को खत्म किया था, वैसे ही हमें भी तपना पड़ेगा।
यह बात पूर्व सांसद एवं पूर्व सीडब्ल्यूसी सदस्य रघुवीर मीणा ने रविवार को यहां उदयपुर के सुखाड़िया रंगमंच पर आयोजित गांधी दर्शन अर्धकुंभ में विशिष्ट अतिथि के रूप में कही।
शांति एवं अहिंसा विभाग राजस्थान सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में रघुवीर मीणा ने कहा कि गांधी दर्शन का इस युग में बड़ा महत्व है। इंग्लैंड में पढ़कर यहां आए और अराजकता, शोषण के विरुद्ध अभियान चला भेदभावों को मिटाया। उन्होंने बड़ी तपस्या कर मोहनदास करमचंद गांधी से राष्ट्रपिता तक का सफर तय किया। हमें भी ऐसे ही अग्नि में तपना पड़ेगा। उन्हीं के भाव और सिद्धांतों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी चल रहे हैं। उन्होंने उच्च विचार रखकर शांति एवं अहिंसा विभाग की स्थापना कर कमान मनीष शर्मा को सौंपी। आज के दौर में अहिंसा विभाग और यूआईटी ट्रस्टी में सिलेक्शन की बात आए तो पहले ट्रस्टी के पद को चुनेंगे, क्योंकि तप में आहुति देना बड़ा कठिन कार्य है। गहलोत भी गांधी जी के सिद्धांतों पर चलकर जन सेवा कर रहे हैं। आज की पीढ़ी को गांधी दर्शन से रूबरू कराना अति आवश्यक है।
कार्यक्रम में विभाग के निदेशक मनीष शर्मा ने भी प्रेरकों को संबोधित किया। उन्होंने प्रेरकों को कार्यों की जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान शहीद कैप्टन अभिनव नागौरी के पिता और शहीद मेजर मुस्तफा की माता का सम्मान भी किया गया।
इस दौरान पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया, शांति और अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पंकज शर्मा, राज्य मंत्री जगदीश राज श्रीमाली, लक्ष्मीनारायण पंड्या सहित विभाग के संयोजक और सहसंयोजक मौजूद रहे।
हिंदुस्थान समाचार/सुनीता कौशल/ईश्वर