लखनऊ, 24 सितम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत के अवध प्रांत के प्रवास के क्रम में रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर निराला नगर में बैठक संपन्न हुई। बैठक में कहा गया कि सामाजिक समरसता के क्षेत्र में समाज के वंचित बंधुओं को अधिकार एवं सम्मान दिलाने के लिए संघ प्रतिबद्ध है एवं उसके लिए विभिन्न स्तरों पर कार्य भी कर रहा है।
बैठक में संस्कारविहीनता पर चिंता जाहिर की गयी। हिन्दू समाज के हित चिंतन की दृष्टि से अवध प्रांत में आगामी संभावनाओं को खोजने एवं उनके क्रियान्वयन पर चर्चा हुई।
अवध प्रान्त के प्रचार प्रमुख अशोक दुबे की ओर से जारी बयान में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक विगत 98 वर्षों से शाखा कार्य के माध्यम से लगातार राष्ट्र कार्य में लगे हुए हैं । शाखा पर व्यक्ति निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के समस्त कार्यों के लिए सामर्थ्य प्राप्त करते हुए समाज जीवन के अलग-अलग प्रकार के कार्यों में लगे हुए हैं। संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किए जाने वाले सभी कार्य सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए ही हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/पदुम नारायण