- 40 साल पुराना ब्रिज, 40 टन के डंपर की वजह से गिरा : कलक्टर
- गांव के सरपंच ने कई बार आवेदन देकर की थी नए ब्रिज बनाने की मांग
अहमदाबाद, 24 सितंबर (हि.स.)। गुजरात में एक बार फिर ब्रिज गिरने की घटना ने सभी को हैरत में डाल दिया है। सुरेन्द्रनगर जिले के वढवाण के वस्तडी में भोगावो नदी पर बना ब्रिज रविवार शाम धराशायी हो गया। करीब 40 साल पुराने इस ब्रिज पर 40 टन वजनी डंपर जा रहा था। इसी दौरान ब्रिज गिर गया। ब्रिज से नीचे नदी में गिरे दो बाइक चालकों और डंपर चालक को सुरक्षित बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं होने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
सुरेन्द्रनगर के वस्तडी में जर्जरित ब्रिज गिरने से अफरातफरी मच गई। करीब 110 गांवों को जोड़ने वाला ब्रिज दो भाग में बंटकर नदी में गिर गया। दुर्घटना के समय एक रेत लदा ट्रक और दो बाइक ब्रिज से जा रहा था। डम्पर चालक और दोनों बाइक चालकों समेत कुल 4 लोगों के नदी में गिरने की खबर है। हालांकि सभी को रस्सी की मदद से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया है। घटना की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। कलक्टर ने भी तहसीलदार को मौके पर भेज दिया।
इस संबंध में जिला कलक्टर के सी संपत ने मीडिया को बताया कि ब्रिज करीब 40 साल पुराना है और यहां से भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित की गई। इसके बावजूद 40 टन वजन का डंपर इससे गुजर रहा था, इसी डंपर की वजह से ब्रिज गिरा है। सरकार के पास नया ब्रिज बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है, नया ब्रिज बनाया जाएगा। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि गांव के सरपंच ने इस संबंध में कई बार प्रशासन और अधिकारियों को जर्जरित पुल से होने वाली दुर्घटना को लेकर सचेत किया था। बावजूद किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों के अनुसार यदि ब्रिज पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित थी तो बेरिकेट्स आदि क्यों नहीं लगाए गए थे।
जानकारी के अनुसार सुरेन्द्रनगर जिले के वढवाण के वस्तडी में भोगावो नदी पर यह ब्रिज 1965 में बनाया गया था। ब्रिज की लंबाई करीब 40 मीटर है। आवाजाही के लिए दोनों ओर 7 पिलर दिए गए हैं। चुडा, रणपुर, बोटाद समेत दर्जनों गांव के लोग इस ब्रिज का उपयोग आवाजाही के लिए करते हैं। ब्रिज आर एंड बी विभाग के अंतर्गत आता है।
हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद/प्रभात