जो आया, वो वापस आया... ये एमपी की माया- मप्र पर्यटन ने लॉन्च किया नया टीवीसी
- एमपी टूरिज्म के यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया हैंडल्स पर देखे टीवीसी - टीवीसी की जुबानी जाने प्रदेश
जो आया, वो वापस आया... ये एमपी की माया- मप्र पर्यटन ने लॉन्च किया नया टीवीसी


- एमपी टूरिज्म के यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया हैंडल्स पर देखे टीवीसी

- टीवीसी की जुबानी जाने प्रदेश की कहानी

भोपाल, 19 सितंबर (हि.स.)। मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों को प्रचारित करने और देश-विदेश के पर्यटकों को मध्यप्रदेश के प्रति आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग ने नया टीवी कमर्शियल (टीवीसी) लॉन्च किया है। जो आया वो वापस आया, ये एमपी की माया... थीम पर टीवीसी को बहुत ही रचनात्मक तरीके से दर्शाया और सुमधुर संगीत से सजाया गया है।

पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव एवं टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिवशेखर शुक्ला ने मंगलवार को बताया कि, नव-निर्मित टीवीसी में नया प्रयोग करते हुए गोंड पेंटिंग के माध्यम से पर्यटन स्थलों और पात्रों को दर्शाया गया है। इससे जनजातीय कला देश और विदेश में प्रमुखता से प्रचारित होगी। मीडिया क्रिएटिव एजेंसी ओगिलवी एंड मैथर द्वारा निर्मित टीवीसी के निर्देशक पीयूष पांडे है। गायिका कल्पना पटवारी ने अपनी आवाज दी है और इसमें नुतन माथुर ने अदाकारी की है।

उन्होंने बताया कि इस टीवीसी को एमपी टूरिज्म के यूट्यूब चैनल पर या लिंक https://youtu.be/J1vMUFASC44?si=NEuV14Clpn5e08gG पर क्लिक करके देखा जा सकता है। यह पर्यटन के सभी सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी जारी किया गया है।

टीवीसी एक कहानीकार की कहानी है, जो प्रदेश के पर्यटन स्थलों को संगीतमय कहानी को सुरमयी अंदाज में बताती है। यह टीवीसी दर्शाती है कि एमपी में इतने पर्यटन स्थल है कि इसे देखने के लिए एक जन्म भी कम पड़ेगा। यह कहानी एक लोक गीत के रूप में है, जिसे मध्यप्रदेश की गोंड चित्रकला शैली का उपयोग करके चित्रित किया गया है।

मप्र पर्यटन विभाग द्वारा अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले टेलीविजन विज्ञापनों के चलते न केवल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार जीते हैं बल्कि पर्यटकों के मन में राज्य की पर्यटन रूपी सकारात्मक छवि निर्मित करने में भी सफल रहा है। मप्र टूरिज्म के पास प्रतिष्ठित विज्ञापन की एक लंबी विरासत है।

टीवीसी की यात्रा

2006- हिंदुस्तान का दिल देखो, 2008- हिंदुस्तान का दिल देखा, 2010- एमपी अजब है सबसे गजब है, 2013- रंग है मलंग है, 2016- एमपी में दिल हुआ बच्चे सा और 2018- टक-टक।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश