आईआईटी कानपुर ने शुरु किया ई-मास्टर्स डिग्री प्रोग्राम, उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
कानपुर, 16 सितम्बर (हि.स.)। भारत में बढ़ते उद्योगों में तकनीक युक्त पेशेवरों की जरुरत होती है। इन पे
आईआईटी कानपुर ने शुरु किया ई-मास्टर्स डिग्री प्रोग्राम, उद्योग को मिलेगा बढ़ावा


कानपुर, 16 सितम्बर (हि.स.)। भारत में बढ़ते उद्योगों में तकनीक युक्त पेशेवरों की जरुरत होती है। इन पेशेवरों को प्रशिक्षित करने के लिए भारतीय प्रौद्योगकी संस्थान (आईआईटी) ने चार ई-मास्टर्स डिग्री प्रोग्राम शुरु किया है, जिनमें क्लाइमेट फाइनैन्स एण्ड सस्टेनेबिलिटी, रिनिवेबल एनर्जी और ई-मोबिलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, डिजिटल युग में बिजनेस लीडरशिप हैं। इनमें प्रवेश पाने के लिए गेट स्कोर की जरुरत नहीं होगी और आवेदन की अंतिम तारीख 31 अक्टूबर है।

आईआईटी ने भारत के बढ़ते उद्योगों की मांग को देखते हुए ई-मास्टर्स डिग्री प्रोग्राम संचालित कर रहा है। अब क्लाइमेट फाइनैन्स एण्ड सस्टेनेबिलिटी, रिनिवेबल एनर्जी और ई-मोबिलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग और डिजिटल युग में बिजनेस लीडरशिप के क्षेत्र में चार नए ई-मास्टर्स डिग्री कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं। इन ई-मास्टर्स डिग्री प्रोग्रामों के लिए आवेदन करने के लिए गेट स्कोर की आवश्यकता नहीं है। जनवरी 2024 से शुरू होने वाले नए समूहों के लिए आवेदन 31 अक्टूबर 2023 तक खुले हैं।

सस्टेनेबिलिटी और जलवायु परिवर्तन को लेकर ज्वलंत चिंताओं के बीच, क्लाइमेट फाइनैन्स एण्ड सस्टेनेबिलिटी कार्यक्रम वित्तीय रणनीतियों और टिकाऊ पहलों का व्यापक अवलोकन देगा, जबकि रिनिवेबल एनर्जी और ई-मोबिलिटी कार्यक्रम विकसित हो रहे वैकल्पिक ऊर्जा क्षेत्र को पूरा करेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में कार्यक्रम पेशेवरों को तेजी से विकसित हो रहे उद्योग क्षेत्र में निपुण होने के लिए तैयार करेगा और डिजिटल युग में बिजनेस लीडरशिप कार्यक्रम आधुनिक व्यापार गतिशीलता में पेशेवरों को प्रशिक्षित करेगा।

मीडिया प्रभारी भाविशा उपाध्याय ने शनिवार को बताया कि एग्जीक्यूटिवस के लिए डिज़ाइन किए गए इन ईमास्टर्स डिग्री कार्यक्रमों के लिए गेट स्कोर की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे पेशेवरों को अपने करियर को बाधित किए बिना उन्नत शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा मिलती है।

कार्यक्रम विभिन्न पाठ्यक्रमों को पूरा करने के लिए 1-3 साल की लचीली समापन समय सीमा प्रदान करते हैं। इन कार्यक्रमों में एक प्रभावशाली शिक्षण प्रारूप होता है, जिसमें विशेष रूप से सप्ताहांत पर आयोजित लाइव इंटरैक्टिव कक्षाएं शामिल होती हैं, जिसमें सेल्फ लर्निंग बहुत सहायक होती हैं। प्रत्येक कार्यक्रम में 60-क्रेडिट, 12-मॉड्यूल पाठ्यक्रम शामिल है जिसे उद्योग की जरूरतों के अनुरूप सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है।

इन कार्यक्रमों में दाखिला लेने वाले पेशेवर देश के भविष्य को आकार देने के लिए आवश्यक बहुमुखी विशेषज्ञता हासिल करेंगे। 100 से अधिक पेशेवर पहले ही आईआईटी से अपनी ई-मास्टर डिग्री पूरी कर चुके हैं और अग्रणी क्षेत्रों में अपने करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। आईआईटी में ईमास्टर्स कार्यक्रम विशिष्ट है क्योंकि यह दीक्षांत समारोह में डिप्लोमा या प्रमाणपत्र के बजाय सीनेट द्वारा अनुमोदित ईमास्टर्स डिग्री प्रदान करता है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/बृजनंदन