रक्षाबंधन पर्व पर वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों से 1.76 लाख राखी डाक का वितरण
वाराणसी, 30 अगस्त (हि.स.)। रक्षाबंधन पर्व पर वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों से 1.76 लाख राखी डाक का
रक्षाबंधन पर्व पर  राखी डाक का वितरण 


वाराणसी, 30 अगस्त (हि.स.)। रक्षाबंधन पर्व पर वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों से 1.76 लाख राखी डाक का वितरण किया गया। डाक विभाग ने भी त्यौहार को लेकर तमाम तैयारियाँ की थी। डाक विभाग ने राखी भेजने के लिए वाटरप्रूफ डिजायनर लिफाफे की व्यवस्था करने के साथ डाक वितरण के विशेष प्रबंध किए थे। बुधवार को पर्व पर भी शाम तक डाकिया लोगों की राखी-डाक वितरित करते रहे, ताकि किसी भाई की कलाई सूनी न रह जाये।

विभाग की इस पहल की लोगों ने जमकर सराहना की। लोगों ने अपनी ख़ुशी का इजहार डाक विभाग को शुक्रिया कहकर किया। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि हाईटेक समाज में वर्चुअल होते रिश्तों के बीच राखी के रेशम धागों की अहमियत अभी भी बरकरार है। उन्होंने बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों से 1.15 लाख से ज्यादा राखियाँ देश-विदेश में भेजी गईं, वहीं देश-विदेश से प्राप्त 1.76 लाख राखी डाक का वितरण यहाँ डाकघरों द्वारा किया गया। पर्व पर आज लगभग 23 हजार राखी डाक का वितरण वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों द्वारा लोगों को किया गया।

पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि रक्षाबंधन की महत्ता सिर्फ भारत में ही नहीं अपितु विदेशों में भी खूब देखी गई। संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, सऊदी अरब, फ़्रांस, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, ओमान इत्यादि तमाम देशों में 1,125 राखी डाक स्पीड पोस्ट और रजिस्टर्ड पत्र द्वारा वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों से भेजी गईं। वहीं विदेशों में रह रही बहनों ने भी अपने भाइयों को डाक विभाग के माध्यम से राखी भेजा, जिन्हें डाकिया के माध्यम से तुरंत वितरित कराया गया।

उन्होंने बताया कि डाक विभाग ने राखी डाक की बुकिंग के साथ-साथ स्पेशल सॉर्टिंग और इनके त्वरित वितरण के लिए डाकघरों से लेकर रेलवे मेल सर्विस और सॉर्टिंग हब तक में विशेष प्रबंध किये। आज भी डाक अपना संदेश भेजने का सबसे सरल और सुलभ माध्यम है, ऐसे में रक्षाबंधन पर्व पर ज्यादातर राखियां डाक से ही भेजी जाती हैं। चिट्ठियों के माध्यम से खुशियां बिखेरते रहने वाले डाक विभाग ने रिश्तों के इस त्यौहार को भी एक नया आयाम दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण