भारत को जीवंत लोकतंत्र बताकर अमेरिका ने चिंताओं को किया खारिज
अमेरिका ने भारत को जीवंत लोकतंत्र बताकर भारत में लोकतंत्र से जुड़ी चिंताओं को खारिज कर दिया है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन के समन्वयक जॉन किर्बी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के आवास व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यहां तक कह दिया कि भारत के लोकतंत्र को कोई दिल्ली जाकर खुद देख सकता है।

 
अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन के समन्वयक जॉन किर्बी।

वाशिंगटन, 06 जून (हि.स.)। अमेरिका ने भारत को जीवंत लोकतंत्र बताकर भारत में लोकतंत्र से जुड़ी चिंताओं को खारिज कर दिया है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन के समन्वयक जॉन किर्बी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के आवास व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यहां तक कह दिया कि भारत के लोकतंत्र को कोई दिल्ली जाकर खुद देख सकता है।

जॉन किर्बी ने कहा कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और अमेरिका उम्मीद करता है कि लोकतांत्रिक संस्थानों की मजबूती को लेकर चर्चा आगे भी होती रहेगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने दोस्तों के साथ अपनी चिंताओं को जाहिर करते हुए शर्माता नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि यह दौरा दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने के लिए बेहद अहम है।

किर्बी ने कहा कि भारत कई स्तरों पर अमेरिका का मजबूत सहयोगी है। शंगरी-ला सम्मेलन में भी अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने ऐलान किया था कि भारत के साथ रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाया जाएगा। दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ रहा है, साथ ही भारत हिंद-प्रशांत महासागर की सुरक्षा के लिए गठित क्वाड का अहम सहयोगी है। ऐसी कई वजहें हैं जिनके आधार पर कहा जा सकता है कि भारत न सिर्फ द्विपक्षीय संबंधों, बल्कि बहुपक्षीय संबंधों के लिहाज से भी अमेरिका के लिए अहम सहयोगी है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनीत