केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चर संचालकों ने की यात्रियों से मारपीट, एफआई दर्ज
रुद्रप्रयाग, 13 जून (हि.स.)। केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर भीमबली के निकट केदारनाथ धाम जा रहे यात्रि
पुलिस की गिरफ्त में यात्रियों के साथ मारपीट करने वाले युवक


रुद्रप्रयाग, 13 जून (हि.स.)। केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर भीमबली के निकट केदारनाथ धाम जा रहे यात्रियों और कुछ घोड़े-खच्चर संचालकों की आपस में बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि घोड़े-खच्चर संचालकों ने यात्रियों पर लाठी-डंडे बरसा दिये। पूरे मामले में पुलिस ने पांच घोड़े-खच्चर संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए लाइसेंस निरस्त कर दिये हैं।

केदारनाथ यात्रा पर आयी श्रद्धालु तनुका पौंडार निवासी महिपालपुर दिल्ली ने कोतवाली सोनप्रयाग में शिकायत की कि वे दस जून को गौरीकुण्ड से केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल निकले थे। रास्ते में भीमबली पुल के पास एक घोड़ा बुरी हालत में गिरा हुआ था। जिसकी वजह से वे वहां पर रुके और आस-पास के लोगों से मदद मांगी, लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की।

इसी दौरान एक व्यक्ति वहां पर अन्य पशुओं को बुरी तरह मार रहा था। उनके द्वारा उसे केवल यही कहा गया कि ऐसा क्यों कर रहे हो। ऐसा बोलते ही घोड़ा संचालकों की भीड़ वहां पर उमड़ पड़ी और 4 से 5 लोग उनके साथ मारपीट और बदतमीजी करने लगे। बीच बचाव करने आये अन्य सहयोगियों के साथ भी मारपीट की गयी और साथ ही यात्रियों को उत्तराखंड छोड़ने की धमकी भी दी गयी।

शिकायतकर्ता ने यह शिकायत 12 जून को कोतवाली सोनप्रयाग पर वापस आते समय दी। शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी है। घटना में शामिल अंकित सिंह पुत्र स्व. प्रकाश सिंह, सन्तोष कुमार पुत्र रघुवीर लाल, रोहित कुमार पुत्र रोशन लाल सभी निवासी ग्राम आंसो जयकंडी, थाना अगस्त्यमुनि और गौतम पुत्र आनन्द लाल निवासी ग्राम जाखाल भरदार को चिह्नित किया गया है। घटना में एक नाबालिग बालक भी शामिल है, जिसके संबंध में आवश्यक कार्रवाई अलग से की गयी है।

पुलिस अधीक्षक डा. विशाखा भदाणे ने बताया कि यात्रियों के साथ मारपीट करने वाले पांच घोड़ा संचालकों के खिलाफ कोतवाली सोनप्रयाग में मुकदमा अपराध संख्या 33 /2023 धारा 147/ 323/ 504/ 506 आईपीसी में पंजीकृत किया जा चुका है। सभी घोड़े-खच्चर संचालकाें के लाइसेंस निरस्त करते हुए उनके खिलाफ एफआई दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि यात्रियों के साथ किसी भी तरह की बदतमीजी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। यात्रियों से अतिथि देवो भवः की परम्परा के साथ व्यवहार किया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/रामानुज