'लेखक से मुलाकात' कार्यक्रम में दर्शकों ने की लेखकों से सीधी बातचीत
जम्मू, 10 जून (हि.स.)। जम्मू और कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी (जेकेएएसीएल) ने शनिवार को जेकेएए
'लेखक से मुलाकात' कार्यक्रम में दर्शकों ने की लेखकों से सीधी बातचीत


जम्मू, 10 जून (हि.स.)। जम्मू और कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी (जेकेएएसीएल) ने शनिवार को जेकेएएसीएल परिसर में लेखक से मुलाकात कार्यक्रम का आयोजन किया। श्रृंखला का उद्देश्य दर्शकों के साथ लेखक की सीधी बातचीत करने का था और ये बातचीत विभिन्न जीवन पहलुओं और कार्यों की खोज में लेखक के लिए रचनात्मक प्रेरणा के रूप में कार्य करती है। इस पहल के तहत, हर सप्ताहांत, जेकेएएसीएल सात अलग-अलग भाषाओं के लेखकों से मुलाकात करेगा जिसमे उर्दू, हिंदी, कश्मीरी, डोगरी, पंजाबी, गोजरी और पहाड़ी शामिल है।

भरत सिंह, सचिव जेकेएएसीएल ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लेखक समाज का चेहरा होते हैं। वे अपनी स्याही के माध्यम से सामाजिक ताने-बाने के आंतरिक विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं, और यह वास्तव में एक विशेष कौशल है। उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि हमने इस श्रृंखला की शुरुआत उस लेखक के साथ सीधे संवाद को बढ़ावा देने के लिए की है जिसे हमने किताबों में पढ़ा है। यह दर्शकों को उनके जीवन, साहित्यिक बुद्धि और उनके द्वारा सामना किए गए संघर्ष के बारे में जानने में सक्षम करेगा। यह सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा। इन लेखकों के साथ बातचीत करने और उनकी साहित्यिक यात्राओं से सीखने का यह एक अमूल्य अवसर है और जब हम यहां से निकलते हैं तो हम नए अनुभव और विचारों से भरे होते हैं। कार्यक्रम में हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक, राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि डॉ. राज कुमार ने भी शिरकत की।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुुल/बलवान