गेम एप के जरिये बच्चों का धर्मांतरण एक बड़ी साजिशः आलोक कुमार
कोटा, 10 जून (हि.स.)। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि देश में जिस तरह से
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार


कोटा, 10 जून (हि.स.)। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि देश में जिस तरह से धर्मांतरण के बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं, वो बड़ी साजिश का हिस्सा है। इन दिनों दो गेमिंग एप के माध्यम से धर्मांतरण की जानकारियां सामने आ रही है। जहां पर बच्चों और युवाओं का ऑनलाइन ब्रेनवॉश किया जा रहा है। उन्हें धर्मांतरण के लिए उकसाया जा रहा है। यह चिंताजनक स्थिति है।

कोटा प्रवास पर आये आलोक कुमार ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिस तरह ब्रेन वाश के लिए अब ऑनलाइन गेम में स्कूली बच्चों को फंसाना, उन्हें पुरस्कार का लालच देना, घर से अलग करना और अंत में धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है, यह सरासर धोखाधड़ी है। कानपुर में मामला सामने आया कि स्कूल में बच्चों को कलमा पढ़ाया जा रहा है। विरोध करने पर पिटाई की जाती थी। यह सब जिहाद के हिस्से हैं। कई राज्यों से धर्मांतरण और लड़कियों पर अत्याचार की सूचनाएं आ रही हैं।

विश्व हिंदू परिषद ने केन्द्र सरकार से मांग की कि इस तरह के गेम एप पर प्रतिबंध के लिए कड़ा कानून बनाए। परिषद देशभर में समाज को साथ लेकर जागरूकता की लड़ाई जारी रखेगा। उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू परिषद ने 1000 ब्लॉक चिह्नित किए हैं, जो ऐसे मामलों में संवेदनशील है। वहां हमारे एक एक स्थायी कार्यकर्ता तीन साल तक काम करेंगे। हम सुनिश्चित करेंगे कि जबरन धर्मांतरण रुके और इन लोगों के झांसे में आए बच्चों की घर वापसी हो।

सुप्रीम कोर्ट पुनर्विचार करे -

आलोक कुमार ने कहा कि जिस तरह सुप्रीम कोर्ट ने धारा-497, लिव इन रिलेशनशिप और सेम सैक्स मैरिज को लेकर निर्णय दिये हैं, वह भारतीय समाज के हित में नहीं है। हिंदू संगठनों सहित तमाम सामाजिक संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की कि ऐसे निर्णयों पर पुनर्विचार किया जाये। यदि ऐसा नहीं हुआ तो यह भारतीय समाज के लिए प्रतिघाती कदम होगा। हम देश में पारिवारिक संस्था को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। परिवार तोड़ने के लिये नहीं।

बजरंग दल किसी की कृपा के भरोसे नहीं -

बजरंग दल को प्रतिबंधित करने पर आलोक ने कहा कि सामाजिक संगठनों को प्रतिबंधित करने की बात की जा रही है। देश में कोई भी सरकार ऐसा नहीं करेगी। बजरंग दल किसी की कृपा पर निर्भर नहीं है। वह अपने दम पर जीने वाले देशभक्त युवाओं का संगठन है। अगर राजस्थान या कर्नाटक में प्रतिबंध लगाने जैसे कदम उठाए गए तो हम इसके विरोध में जमीनी लड़ाई के लिए सक्षम है। उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन को प्रतिबंधित करने का निर्णय केंद्र सरकार ले सकती है लेकिन अगर राज्य अपने स्तर पर कोई निर्णय करता है तो उस हिसाब से हम कदम उठाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/ईश्वर/दधिबल