बेमिसाल: छात्राओं को चिकित्सक बनाने के लिए गुजरात सरकार ने मेडिकल की भर दी आधी फीस
- 6 लाख से कम आय वाले परिवारों की छात्राओं को लाखों की सहायता -गुजरात सरकार ने 5 वर्षों में खर्च किए
नेहलबेन प्रजापति


- 6 लाख से कम आय वाले परिवारों की छात्राओं को लाखों की सहायता

-गुजरात सरकार ने 5 वर्षों में खर्च किए 436 करोड़

-“व्हाइट कोट” फीमेल वॉरियर्स को मिल रहा प्रोत्साहन

गांधीनगर, 10 जून (हि.स.)। गुजरात सरकार की मुख्यमंत्री कन्या केळवणी निधि योजना ने राज्य की प्रतिभावान छात्राओं को एमबीबीएस की पढ़ाई यानी डॉक्टर बनने में बड़ा योगदान दिया है। राज्य की ऐसी प्रतिभावान छात्राएं जो एमबीबीएस में पढ़ाई कर मेडिकल के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती हैं, उन्हें यह योजना बड़े स्तर पर वित्तीय सहायता प्रदान करती है। गुजरात सरकार की यह योजना बहुत ही सफल रही है और इसने राज्य की 15,425 प्रतिभावान छात्राओं को एमबीबीएस की पढ़ाई में सहायता की है। गुजरात की यह योजना साल 2017-18 में लागू की गई थी और अब तक इस योजना के तहत राज्य सरकार ने 436 करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर 15,425 मेधावी छात्राओं को एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता दी है। इन लाभार्थियों की संख्या में से 4,674 वे महिला लाभार्थी हैं जो समाज के कमजोर वर्ग से आती हैं।

इस योजना का लाभ ऐसी छात्राएँ ले सकती हैं जिन्होंने नीट की परीक्षा में एमबीबीएस के लिए क्वालिफाई कर लिया है और साथ ही उनकी परिवार की वार्षिक आय 6 लाख रुपए तक है। इस योजना के तहत पात्र महिला छात्राओं की एमबीबीएस की पढ़ाई में लगने वाली फीस का 50% फीस राज्य सरकार की ओर से वहन किया जाता है।

गुजरात सरकार की इस योजना की प्रशंसा करते हुए एसबीकेएस मेडिकल इंस्टिट्यूट एंड रिसर्च सेंटर, बड़ौदा में पढ़ने वाली लाभार्थी प्रजापति नेहलबेन नटवरभाई कहती हैं, “मुख्यमंत्री कन्या केळवणी निधि योजना के कारण डॉक्टर बनने के अपने सपने को पूरा करने में सफल हो सकी हूं। मैं आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आती हूँ और आप जानते हैं कि एमबीबीएस की पढ़ाई में बहुत पैसा खर्च होता है। जब मुझे इस योजना के बारे में पता चला तो मैंने इसके लिए आवेदन दिया। राज्य सरकार ने मेरी एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए छात्रवृति के रूप में 27,64,000 रुपए फीस दी है जो एक बहुत बड़ी राशि है। मैं, इसके लिए राज्य सरकार की हमेशा आभारी रहूँगी।”

इस योजना का लाभ राज्य की अधिक से अधिक छात्राओं को मिलता रहे, इस उद्देश्य के साथ भूपेन्द्र पटेल की सरकार ने वर्ष 2023-24 के बजट में मुख्यमंत्री कन्या केळवणी योजना (एमकेकेएन) के लिए 140 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। इससे राज्य के 39 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में पढ़ाई करने वाली प्रतिभावान छात्राओं को अपनी पढ़ाई को पूरा करने में मदद मिलेगी।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सरकार ने एक लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार करते हुए महिला-केंद्रित विकास के लिए उच्चतम बजट आवंटित किया है। यह राज्य में नारी शक्ति के उत्थान के प्रति गुजरात सरकार के समर्पित प्रयासों और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ बिनोद/संजीव