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पटना, 10 जून (हि.स.)। केन्द्र सरकार की तरफ से अग्निवीर बहाली और बिहार पुलिस भर्ती को लेकर बिहार की राजनीति में बयानबाजी का सिलसिला जारी है। जदयू ने केन्द्र सरकार पर अग्निवीर के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया है। जदयू का कहा है कि मोदी सरकार युवाओं को चार साल की नौकरी दे रही है लेकिन बिहार सरकार बिहार के युवाओं को सरकारी सुविधाओं के साथ 60 साल तक की नौकरी दे रही है।
जदयू के प्रदेश कार्यालय में शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा और प्रदेश महिला प्रवक्ता अनुप्रिया ने भाजपा पर नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया। अभिषेक झा ने कहा कि देश की रक्षा में लगे अग्निवीरों को भाजपा की सरकार महज चार साल की नौकरी देती है, वहीं बिहार में नागरिकों की सुरक्षा में लगे बिहार पुलिस के जवानों को राज्य सरकार 60 साल की पूरी नौकरी देती है। उन्हें सम्मानित नौकरी के साथ साथ एक तय वेतनमान भी दिया जाता है।
उन्होंने कहा चार साल की नौकरी के बाद भारत की सीमा की रक्षा करने वाले अग्निवीरों में से कुछ को छोड़कर बाकियों को दोबारा बेरोजगारी की दलदल में धकेल दिया जाएगा जबकि बिहार सरकार पूरे 60 साल तक बिहार के युवाओं को सम्मानपूर्वक और पूरी सुविधाओं के साथ नौकरी का मौका देती है।
इस दौरान प्रवक्ताओं ने केंद्र सरकार से कुछ गंभीर सवाल भी पूछे। जैसे आंकड़ों के मुताबिक सेना में अभी भी एक लाख 22 हजार से ज्यादा पद खाली हैं। सेना में अधिकारियों के करीब 9,362 पद अधिकारियों के खाली हैं। ऐसे में केंद्र सरकार इन खाली पदों पर बहाली प्रक्रिया क्यों नहीं कर रही है? क्या ये सही नहीं है कि केंद्र सरकार अग्निवीर जैसी योजना नौकरी के नाम पर युवाओं को दिग्भ्रमित करने के लिए लाया है? प्रवक्ताओं ने कहा कि आज बिहार में पुलिस बलों में कई राज्यों से ज्यादा महिलाओं की बहाली हो रही है। उन्होंने कहा कि बिहार पहला राज्य है जहां अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए अलग से पुलिस बल का गठन किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/ चंदा/चंद्र प्रकाश