गुमला में मोची परिवारों के जिला स्तरीय सर्वेक्षण में कई तथ्य उजागर
गुमला, 10 जून (हि.स.)। उपायुक्त सुशांत गौरव की पहल पर जिले में परंपरागत मोची का व्यवसाय करने वाले पर
प्रेस वार्ता का एक दृश्य


गुमला, 10 जून (हि.स.)। उपायुक्त सुशांत गौरव की पहल पर जिले में परंपरागत मोची का व्यवसाय करने वाले परिवारों का धरातलीय सर्वेक्षण करवाया गया। इस सर्वे का उद्देश्य था ऐसे परिवारों की मौजूदा सामाजिक आर्थिक स्थिति जानना तथा उनको विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर उनका सामाजिक आर्थिक उत्थान करना।

उपायुक्त ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि जिले में मोची के व्यवसाय से जुड़े कुल 2048 लोगों को इस अध्ययन में शामिल किया गया। इनके वर्तमान व्यवसाय, उनको मिल रहे योजनाओं के लाभ, शिक्षा, पलायन, स्वास्थ्य आदि पहलुओं पर जानकारी जुटाई गई।

इस सर्वेक्षण से सामने आई जानकारी के अनुसार सर्वेक्षित परिवारों के 129 बच्चे ऐसे हैं जो दसवीं कक्षा या इससे ऊपर पढ़ाई कर रहे हैं लेकिन रोजगार का संकट उनके सामने है। 95 प्रतिशत से अधिक लोग एकल खेती करते हैं। 82 लोग पलायन भी कर गए हैं जबकि 136 लोग अभी भी पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े हैं। ऐसे ही कई तथ्य इस सर्वेक्षण में सामने आए हैं।

उपायुक्त ने कहा कि इस अध्ययन का उपयोग मोची के पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े इन परिवारों के हुनर को संरक्षित करने, इनके लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाने तथा उनके सर्वांगीण विकास के लिए कुछ ठोस कदम उठाने में प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनके विकास के लिए दो चरणों में कदम उठाए जा रहे हैं। पहले चरण में उनकी न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरी करने के लिए कल्याणकारी योजनाओं से आच्छादित करना जबकि दूसरे चरण में उनको हुनर को सहकारिता का माध्यम अपनाकर नया आयाम देना।

इस दौरान जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी तथा जिला नियोजन पदाधिकारी आदि मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ हरिओम/चंद्र प्रकाश