कांग्रेस में कुर्सी का संघर्ष, पायलट गुजर रहे हैं अग्निपरीक्षा से- राठौड़
चित्तौड़गढ़, 10 जून (हि.स.)। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सचिन पायलट का कही
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चित्तौड़गढ़, 10 जून (हि.स.)। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सचिन पायलट का कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना का काम चल रहा है। निशाना गहलोत के ऊपर है और कंधा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर है। यह सिर्फ कुर्सी का संघर्ष है। अब सचिन पायलट अग्निपरीक्षा से गुजर रहे हैं। देखना है कि आगे का कदम उनका क्या होता है।

नेता प्रतिपक्ष राठौड़ शनिवार को विधायक खेलमहाकुंभ के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए चित्तौड़गढ़ दौरे पर रहे। वह शाम को करीब 4:30 बजे चित्तौड़गढ़ पहुंचे। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट 19 महीने डिप्टी सीएम रह चुके हैं। इस दौरान कई दर्जनों बैठकें हुई। उनको किसने मना किया था कि पूर्ववर्ती सरकार के खिलाफ कोई तथ्य है, तो बोलना चाहिए था। हमने तो हाथ नहीं जोड़े थे। विधानसभा में 5 बजट हुए पांचों बजट में बजट सुना लेकिन कुछ बोले नहीं। अब जो कंधा इस्तेमाल करना चाहते हैं। उनका कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना चल रहा है। निशाना गहलोत के ऊपर है और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कंधा यूज कर रहे हैं। उन्होंने जो संघर्ष यात्रा निकाली है नौजवानों के साथ जो वादे किए थे कि पीछे नहीं हटूंगा, फिर वह दिल्ली में आला कमान के सामने चले गए। यह किस्सा और संघर्ष कुर्सी का है या मुद्दों का, अब सचिन पायलट अग्नि परीक्षा से गुजर रहे हैं। देखते हैं उनका आगे का कदम क्या होता है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा को अपनी और देखना चाहिए

पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच मतभेद को लेकर बात की थी। उसका जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष राठौड़ बोले कि वो अपनी देखे, अगर एक उंगली वह हमारी तरफ उठाते हैं तो चार उंगली उनकी तरफ मुड़ी हुई होती है। जो सरकार 34 दिन तक अपने मंत्री और विधायकों के साथ फाइव स्टार होटल में पुलिस के संरक्षण में कैद रहे, सरकार के मंत्रियों के दो टुकड़े फाइव स्टार होटल में एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए अलग-अलग कैद रहे, तत्कालीन सचेतक ने उनके विधायक जो अब मंत्री है, पर राजद्रोह से लेकर पैसे लेने तक का आरोप लगाया। वह पार्टी हमारे बीजेपी पार्टी पर उंगली उठा रहे है तो उन्हें अपने पार्टी के बारे में सोच लेना चाहिए। बीजेपी एक है और एक ही रहेंगी।

सचिन पायलट की ही थी मांग, जांच के बाद आएंगे चेहरे सामने

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव को तीन महीने ही बचे हैं। साढ़े चार साल तक तो कांग्रेस सरकार को लड़ने से ही फुर्सत नहीं थी। यह लड़ाई अभी भी जारी है। अब 11 तारीख को सचिन पायलट अपने आगे के कार्यक्रम का ऐलान करेंगे। उन्होंने कुछ मुद्दे उठाए थे। लोक सेवा आयोग के पुनर्गठन की मांग की थी। पेपर लिखकर मामले में एजेंसी असली किरदारों तक पहुंचे, उनकी मांग थी। रीट के एग्जाम में जिस ढंग से माफियाओं में काले धन का सरकुलेशन हुआ। प्रारंभिक जांच के बाद ईडी ने राजस्थान में रेड की। इसका मुख्यमंत्री और कई मंत्रियों ने विरोध किया था। ईडी ने वही किया जो सचिन पायलट की मांग थी। अब जांच के बाद कई चेहरे सामने आ जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ अखिल/ईश्वर