क्रिकेटर पीयूष चावला पहुंचे चित्तौड़गढ़, बोले वर्ल्ड कप के भारत में होने से घरेलू मैदान का फायदा मिलेगा
चित्तौड़गढ़, 10 जून (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर पीयूष चावला शनिवार शाम को विधायक खेल महाकुंभ में
चित्तौड़गढ़ में विधायक खेल महोत्सव में भाग लेने पहुंचे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पीयूष चावला का हुआ स्वागत।


चित्तौड़गढ़, 10 जून (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर पीयूष चावला शनिवार शाम को विधायक खेल महाकुंभ में भाग लेने के लिए चित्तौड़गढ़ पहुंचे। सर्किट हाउस में पहुंचने पर चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह, जिला प्रमुख सुरेश धाकड़, पूर्व प्रधान प्रवीणसिंह, डेयरी चेयरमैन बद्रीसिंह ने चावला का स्वागत किया। इस दौरान बड़ी संख्या में खेल प्रेमी भी सर्किट हाउस में पहुंच गए और क्रिकेटर पीयूष चावला के सेल्फी भी ली।

मीडिया से बातचीत में पीयूष चावला ने कहा कि अगला विश्वकप भारत में होने जा रहा है। तो कहीं ना कहीं घरेलू मैदान का फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस बार आईपीएल बहुत ही अच्छा रहा है। हम शुरू में काफी नीचे रहे लेकिन बाद में बाद में काफी अच्छा खेला और आखिरी तक गए सेमीफाइनल हारे। ओवराल बहुत अच्छा खेलें। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि धोनी भाई और सचिन पाजी का जो चार्म है, इन दोनों को आप कंपेयर नहीं कर सकते। दोनों की अपनी-अपनी अलग है रेस्पेक्ट है। धोनी ने जिस तरह से टीम को लीड किया और कई आईसीसी ट्रॉफी जीती तो उनके लिए लोगों में एक मोहब्बत है और एक अलग ही तरीके से ग्राउंड में देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी चीज है कि विश्व कप भारत में हो रहा है तो कहीं ना कहीं हमें घरेलू मैदान पर होने का फायदा मिलेगा। उम्मीद यही कर सकते हैं कि जिस तरीके से टीम कर रही है वह अच्छा खेल रही है। खिलाड़ी भी फॉर्म में है, जो हम लोगों के लिए पॉजिटिव रिजल्ट आने चाहिए।

उन्होंने कहा कि जिस तरीके से आजकल खिलाड़ी मेहनत कर रहे हैं वह हर तरीके की परिस्थितियों को में खेलने के लिए तैयार रहते हैं। ऐसे टी-20 खेलने वाला टेस्ट और वन डे भी खेल सकते है। चावला ने कहा कि आईपीएल एक बहुत अच्छा प्लेटफार्म है युवाओं के लिए। पूरी दुनिया देखती है, आपको प्रेशर वाले सिचुएशन में खेलते हैं तो दबाव की स्थिति में इतने लोगों के सामने खेलने से यह होता है कि जब एक स्टेप ऊपर इंडिया के लिए खेलते हैं तो आप मेंटली तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि अभी कई युवा खिलाड़ी आ रहे हैं लेकिन फिलहाल वर्ल्ड कप दूर है उससे पहले भी कुछ सीरीज है उसमें चांस मिलेगा, जिसको भी वह देखना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि टेस्ट मैच को भी लोग बहुत देखते हैं। जो क्रिकेट प्रेमी होता है वह टेस्ट क्रिकेट को पसंद करता है। उसका नाम ही टेस्ट क्रिकेट इसलिए है कि वहां रियल क्रिकेट होता है। खिलाड़ी के कैरेक्टर का टेस्ट होता है। ऐसा नहीं है कि टेस्ट का क्रेज कम हुआ है। टी-20 रोमांचक है। 3 घंटे में मैच खत्म हो जाता है। टेस्ट और टी -20 दोनों का अपना-अपना चार्म है। दोनों की तुलना नहीं की जा सकती। दोनों ही काफी अलग है।

हिन्दुस्थान समाचार /अखिल/ईश्वर