(अपडेट) दीक्षा हमारा संस्कार, हम सांप को भी दूध पिलाते हैं : राजनाथ सिंह
पटना/डेहरी ऑन सोन, 10 जून (हि.स.)। दीक्षा हमारा संस्कार है। शिक्षा से ज्ञान प्राप्त होता है। हम सांप
राजनाथ सिंह गोपाल नारायण सिंह कॉलेज में बच्चों को संबोधित करते हुए।


पटना/डेहरी ऑन सोन, 10 जून (हि.स.)। दीक्षा हमारा संस्कार है। शिक्षा से ज्ञान प्राप्त होता है। हम सांप को भी दूध पिलाते हैं। जिले के जम्हार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शनिवार को यह बात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कही।

राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा देश सेकुलर है। मैं भी मानता हूं। मंदिर और मस्जिद जाना धर्म नहीं है। ब्रह्मांड में जड़ चेतन के अस्तित्व को सुरक्षित परिपालन की गारंटी संवर्धन को हम धर्म कहते हैं। दुनिया भर में सर्प को दूध नहीं मिलता लेकिन हम नाग पंचमी के दिन सर्प को दूध पिलाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सात आठ साल पहले स्टार्टअप की संख्या 500 के करीब थी। आज 9,5000 तक पहुंच गई है। उनका कारोबार एक बिलियन डॉलर से भी ज्यादा पहुंच गया है। यह देश के लिए शुभ संकेत है, जो नई-नई तकनीकी दे रहे हैं। इनमें 100 यूनिकॉर्न कंपनियां भी शामिल हैं। इनमें देश को और नई ऊंचाई पर ले जाने की क्षमता है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि देश का अमृत काल समाप्त होते ही भारत विकसित देश के रूप में खड़ा होगा। 2014 में देश की अर्थव्यवस्था दसवें पायदान पर थी। आज इस दुनिया में पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत खड़ा है। 2027 तक तीन अर्थव्यवस्था वाले देश में भारत शामिल होगा।

उन्होंने युवाओं को कहा कि यह मत भूलना आज जो भी तुम हो अपने माता पिता और गुरु की बदौलत हो।उन्होंने अटल बिहारी बाजपेयी को याद करते कहा कि उनकी एक युक्ति आज भी प्रासंगिक है। छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। उन्होंने कहा कि छोटे मन के व्यक्ति को परमानंद की अनुभूति नहीं होती। जितना मन को बड़ा रखोगे उतना ही सुख और आनंद मिलेगा।

विशिष्ट अतिथि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि समाज व देश के लिए शिक्षा सबसे बड़ी पूंजी है। बिहार के लोग प्रतिवर्ष देश के विभिन्न राज्यों में अध्ययन के लिए जाते हैं। हम आईएस भी बने और मजदूर भी बने हैं। बिहार कभी शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल था। आज हम दूसरे प्रदेशों में शिक्षा के लिए जा रहे हैं।अनुमंण्डल स्तर पर मेडिकल की पढ़ाई शुरू की जरूरत है। उन्होंने युवाओं से बिहार के उज्ज्वल भविष्य के लिए चिंतन करने व राज्य को उन्नति की ओर ले जाने का आह्वान किया।

कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री ही नहीं शिक्षाविद भी हैं। देश हित में इन्होंने अपने सहयोगियों को बढ़ाया। प्रोफेसर से रक्षा मंत्री तक की यात्रा में इन्होंने बराबर राष्ट्र हित में कार्य किया। समाज के शिक्षित व स्वरोजगार के लिए इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति यह विश्वविद्यालय समर्पित है।

कुलपति डॉ महेंद्र प्रसाद सिंह, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी की मौजूदगी में उपाधि प्रदान किया गया। धन्यवाद ज्ञापन सचिव गोविंद नारायण सिंह ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार/ गोविन्द/चंद्र प्रकाश